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सोलन, 11 नवंबर
अंग्रेजी विभाग और स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स शुक्रवार से सोसाइटी फॉर द स्टडी ऑफ द मल्टी-एथनिक लिटरेचर्स ऑफ द वर्ल्ड (MELOW) के सहयोग से 21वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
सम्मेलन में तीन दिनों के दौरान लगभग 100 प्रतिनिधियों और 75 पेपर प्रस्तुतियों के साथ भारत के 14 देशों और विभिन्न राज्यों की भागीदारी होगी।
मेलो एक अकादमिक संघ है, जो अपनी तरह का सबसे अग्रणी संगठन है, जो 1998 से अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों का आयोजन कर रहा है और यह उनका 21वां संस्करण है। इस वर्ष की थीम “बीमारी, उपचार और साहित्यिक कल्पना” है जो महामारी, बीमारी, अलगाव, अकेलापन, भेद्यता, उत्थान और आशा पर आधारित है।
फाउंडेशन फॉर लाइफ साइंसेज एंड बिजनेस मैनेजमेंट की अध्यक्ष श्रीमती सरोज खोसला मुख्य अतिथि के रूप में उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करेंगी और मुख्य भाषण इलिनोइस विश्वविद्यालय, अर्बाना-शैंपेन, यूएसए के प्रोफेसर राजेश्वरी पंधारीपांडे द्वारा दिया जाएगा।
उद्घाटन सत्र में प्रोफेसर मंजू जैदका के नवीनतम उपन्यास गमशो मेनिया की पुस्तक का विमोचन भी होगा। प्रो जैदका एक रचनात्मक लेखक और स्थापित शिक्षाविद हैं और वर्तमान में शूलिनी विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स के प्रमुख और मेलो के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं।

हाइब्रिड प्रारूप में आयोजित इस तीन दिवसीय सम्मेलन का मेलो के फेसबुक पेज www.facebook.com/profile.php?id=100003036474708 पर सीधा प्रसारण किया जाएगा।