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एनएचपीसी लिमिटेड, भारत की अग्रणी जलविद्युत कंपनी और राजस्थान  रिन्युबल एनर्जी कारपोरेशन लिमिटेड (आरआरईसीएल) ने 8 फरवरी, 2022 को जयपुर में राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की गरिमामयी उपस्थिति में ‘राजस्थान राज्य में 10000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) परियोजनाओं/पार्कों के विकास’ के लिए आशय पत्र (एलओआई) पर हस्ताक्षर किए । आशय पत्र (एलओआई) पर श्री वाई.के. चौबे, निदेशक (तकनीकी), एनएचपीसी और श्री सुबोध अग्रवाल, अपर मुख्य सचिव, खान एवं पेट्रोलियम विभाग, ऊर्जा विभाग, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, राजस्थान रिन्युबल एनर्जी कारपोरेशन लिमिटेड व अध्यक्ष राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड द्वारा हस्ताक्षर किए गए।

 

इस अवसर पर श्री रामलाल जाट, माननीय राजस्व मंत्री, राजस्थान सरकार, श्रीमती शकुंतला रावत, माननीय उद्योग मंत्री, राजस्थान सरकार, श्री भंवर सिंह भाटी, माननीय विद्युत राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), जल संसाधन, आईजीएनपी, जल संसाधन योजना, राजस्थान सरकार और श्रीमती उषा शर्मा, मुख्य सचिव, राजस्थान उपस्थित थे। श्री राम स्वरूप, कार्यपालक निदेशक (नवीकरणीय ऊर्जा), एनएचपीसी तथा एनएचपीसी के अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

 

श्री ए.के. सिंह, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एनएचपीसी के ऊर्जस्वी नेतृत्व में, कंपनी अपने नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो का विस्तार कर रही है और विभिन्न तरीकों के तहत कई नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं शुरू की हैं। इस आशय पत्र पर हस्ताक्षर करने और राजस्थान सरकार के सहयोग से राजस्थान में 10000 मेगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा पार्क/परियोजनाओं को विकसित करने में एक नई शुरुआत होगी, जिसमें लगभग 20,000 करोड़ रूपए का बड़ा निवेश शामिल होगा । माननीय प्रधानमंत्री ने सीओपी-26 में घोषणा की थी कि भारत 2070 तक कार्बन न्यूट्रल हो जाएगा और 2030 तक भारत गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों से 500 गीगावॉट विद्युत उत्पादन करेगा जो कुल संस्थापित क्षमता का 50% होगा और इस मामले में एनएचपीसी  की यह पहल एक बड़ा मील का पत्थर होगी ।