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एचपी शिवा मुख्य परियोजना के प्रथम चरण में चार हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में विकसित होंगे बागीचे, 15 हजार किसान-बागवान होंगे लाभान्वित

एशियन विकास बैंक के प्रोजेक्ट रेडिनेस फाइनेंसिंग (पी.आर.एफ.) मिशन के दल ने आज यहां एचपीशिवा परियोजना के लिए टीम लीडर, सुनई किम की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से भेंट की और उन्हें मिशन के उद्देश्यों तथा फील्ड भ्रमण के दौरान प्राप्त अनुभवों से अवगत करवाया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 1292 करोड़ रुपए की एचपीशिवा मुख्य परियोजना के प्रथम चरण के लिए 257 क्लस्टरों का चयन किया गया है। इसके तहत 4000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बागीचे स्थापित कर लगभग 15000 किसान व बागवानों को लाभान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना 5 वर्षों में क्रियान्वित की जाएगी तथा इसके तहत दो चरणों में लगभग 400 क्लस्टरों में कुल 6000 हेक्टेयर भूमि पर उपोष्णकटिबंधीय फल-फसलों के बागीचे स्थापित किये जाएंगे।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कम ऊंचाई वाले निचले क्षेत्रों में उगाये जा सकने वाले अन्य विभिन्न फल पौधों को भी परियोजना के अंतर्गत रोपित करने पर बल दिया, ताकि क्षेत्र में फल विविधता को भी बढ़ाया जा सके।
एशियन विकास बैंक में एचपीशिवा परियोजना के लिए टीम लीडर सुनई किम ने कहा कि एचपीशिवा परियोजना की मुख्य परियोजना को बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद एशियन विकास बैंक के पी.आर.एफ. मिशन ने पायलट फेज में किये गये कार्यों की समीक्षा करने तथा मुख्य परियोजना की तैयारियों को परखने के लिए 26 फरवरी से 7 मार्च तक जिला कांगड़ा, हमीरपुर तथा बिलासपुर के विभिन्न क्लस्टरों का भ्रमण किया।
मिशन ने हिमाचल प्रदेश बागवानी रणनीति (2022-2030) तथा एचपीशिवा के अंतर्गत अन्य नीतिगत प्रयासों पर हितधारक परामर्शी कार्यशाला में भी भाग लिया। इस दौरान हिमाचल प्रदेश बागवानी रणनीति के प्रारूप पर चर्चा की गयी तथा परियोजना के तहत किये जा रहे विभिन्न प्रावधानों के साथ-साथ केन्द्र व राज्य सरकार की अन्य परियोजनाओं के साथ अभिसरण के माध्यम से परियोजना को सफल बनाने के लिए विभिन्न नीतिगत प्रयासों व पहलों को रेखांकित किया गया।
एशियन विकास बैंक के दल में कृष्णा रोतेला, डेनिस लोपेज, विकास गोयल, राबर्ट राउट, अनुज अग्रवाल तथा विजय अग्रवाल भी शामिल थे।
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी, पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह तथा मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा, सचिव बागवानी अमिताभ अवस्थी, निदेशक बागवानी संदीप कदम और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।