Fri. Apr 26th, 2024

शिमला, 26 जुलाई
शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज आज भाजपा इकाई वार्ड नंबर-5 समरहिल द्वारा आयोजित शौर्य दिवस सम्मान कार्यक्रम में उपस्थित हुए। उन्होंने बताया कि कारगिल युद्ध के समय हमारे वीर सपूतों ने शौर्य का एहसास दिखाते हुए एक-एक इंच पाकिस्तान के नियंत्रण से छुड़ाकर हिंदुस्तान का झंडा लहराया था, जो एक गौरव की बात है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि उस समय पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता के चलते हुए भी पीठ पर छुरा घोंपा था। 1999 में अटल बिहारी वाजपेई की सरकार ने सेना के नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया था।
उन्होंने बताया कि अटल बिहारी बाजपेई तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि यदि कोई देश शांति चाहता है, तो उस शांति के लिए खुद को शक्तिशाली होना भी बेहद जरूरी है, क्योंकि एक कमजोर देश होकर शांति की याचना नहीं कर सकता है।
उन्होंने बताया कि यह दिवस हिंदुस्तान के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।
इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी के 6 दिवस में से एक शौर्य दिवस के रूप में कार्यक्रम आयोजित करती हैं।
उन्होंने बताया कि इस दिवस को शिमला विधानसभा में कुल 18 वार्डों में मनाया जा रहा है ताकि हम इन वीर सपूतों को याद कर सके। उन्होंने बताया कि आज के समय में हमारे पास एक बेहतरीन सैन्य सामग्री उपलब्ध है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने सैन्य सामग्री की खरीद के लिए 300 करोड़ रुपए की इजाजत दी है।
उन्होंने बताया कि देश तथा प्रदेश में कोरोना वायरस से ग्रसित लोगों के ठीक होने की दर सबसे ज्यादा है तथा मृत्यु दर बहुत कम है। उन्होंने उपस्थित लोगों को 2 गज दूरी, बार-बार हाथ धोने तथा मास्क का प्रयोग करने का आग्रह किया।
उन्होंने बताया कि अर्थव्यवस्था को सड़क पर लाने के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी का मन की बात कार्यक्रम भी सुना। उन्होंने बताया कि मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों के परिणामों पर बात की तथा पढ़ाई-लिखाई में अब आम आदमी का बच्चा भी आगे निकलने का संदेश दिया है। साथ ही राखी के त्यौहार के लिए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर स्थानीय पार्षद लेखराज कौंडल, पन्ना प्रमुख मनमोहन ठाकुर, रिटायर लेफ्टिनेंट कर्नल टी.आर. ठाकुर, स्वयंसेवक जसवीर सिंह, वीरेंद्र शर्मा एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे