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कुल्लू 28 नवंबर। केंद्रीय सड़क परिवहन, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं नागरिक उड्डयन मंत्री सेवानिवृत्त जनरल वीके सिंह ने अधिकारियों से कहा कि

कुल्लू 28 नवंबर। केंद्रीय सड़क परिवहन, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं नागरिक उड्डयन मंत्री सेवानिवृत्त जनरल वीके सिंह ने अधिकारियों से कहा कि जिन सड़क परियोजनाओं के निर्माण कार्य जारी हैं उन्हें तय समय सीमा के भीतर पूरा करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाने चाहिए। वह गत साईं मनाली विधानसभा क्षेत्र के बड़ा गढ़ में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, सीमा सड़क संगठन, सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय तथा राज्य लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ हिमाचल प्रदेश में निर्माणाधीन सड़क परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जिन सड़क परियोजनाओं के लिए धनराशि स्वीकृत की गई है उनके निर्माण की प्रक्रिया मैं तेजी लाकर शीघ्र कार्य आरंभ किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रथम चरण की औपचारिकता के उपरांत तुरंत से सर्वोच्च न्यायालय की अनुमति के लिए आवेदन किया जाना चाहिए ताकि अनावश्यक तौर पर कोई भी परियोजना के निर्माण में विलंब की स्थिति ना उत्पन्न हो। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सड़क परियोजना की डीपीआर बनाते समय भूमि अधिग्रहण के मामलों को बारीकी से देखा जाना चाहिए और विशेषकर निर्मित भवनों एवं बस्तियों के मामलों को संवेदनशीलता के साथ सुलझाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी बड़ी एवं महत्वपूर्ण सड़क कुल अथवा टनल जैसी परियोजनाओं की और आवश्यकता हो तो इस संदर्भ में व्यवहार्यता को अच्छे से समझ कर मामला फंडिंग के लिए मंत्रालय को प्रेषित किया जा सकता है।
सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग के क्षेत्रीय अधिकारी वरुण अग्रवाल ने प्रस्तुति के माध्यम से मंत्री को जानकारी दी कि हिमाचल प्रदेश राज्य में 2592 किलोमीटर राष्ट्रीय उच्च मार्ग हैं जिनमें से राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पास 700 किलोमीटर लंबी सड़कों का कार्य है। उन्होंने कहा कि 155 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़कों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है जबकि 34 किलोमीटर दो लेन की लंबाई पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष 85 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण किया गया और चालू वित्त वर्ष के दौरान 194 किलोमीटर लंबी 8 परियोजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य है। 8 परियोजनाओं में से चार सड़कों की निविदाएं आमंत्रित करना शेष है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग 105 जो pinjore-baddi-nalagarh है इसकी फोर लर्निंग का कार्य 1243 करोड़ की लागत से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 8520 करोड़ रुपए की चार बड़ी टूलेन तथा फोरलेन परियोजना हैं जिनके निविदाएं अभी आमंत्रित नहीं की गई हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय कार्यालय शिमला के अंतर्गत प्रिया 909 करोड रुपए की 175 किलोमीटर लंबी यह सड़क परियोजनाओं के कार्य किए जाएंगे।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण मुख्यालय के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने प्रस्तुति के माध्यम से बताया कि उनके पास 786 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजनाओं के निर्माण का कार्य है जिनमें 192 किलोमीटर परवाणू शिमला, 236 किलोमीटर किरतपुर मंडी कुल्लू मनाली, शिमला से मटर के कार्य का अवार्ड कर दिया गया है। pinjore-baddi-nalagarh कॉरिडोर तथा पठानकोट से मंडी के कार्य अभी करने से इस है उन्होंने कहा कि इन सड़कों के फोरलेन अथवा टू लेन बन जाने से 132 किलोमीटर की लंबाई कम होगी। उन्होंने कहा कि इस साल आठ सड़क परियोजनाओं के अवार्ड करने का लक्ष्य है जिनमें से चार की निविदाएं आमंत्रित कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए यहां पर डंपिंग साइट कि काफी दिक्कत रहती है और वन भूमि की क्लीयरेंस करवाना भी टेढ़ी खीर है।इसके कारण सड़क परियोजनाओं के निर्माण में देरी होना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि 11 परियोजनाओं पर काम चला है।
सीमा सड़क संगठन की ओर से पीके बरुआ ने प्रस्तुति दी। उन्होंने नेशनल हाईवे संख्या 5 जो पवारी खाब छुपन शिपकीला  है का कार्य विभिन्न स्टेज इज में चला है। पोवारी से खाब का कार्य पूरा हो गया है।
बैठक में सड़क परिवहन मंत्रालय के विशेष सचिव व महानिदेशक आई के पांडे, मंत्री के अतिरिक्त निजी सचिव एमएल सेठी, नहाई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित, महाप्रबंधक विरेंद्र सांबयाल, उपायुक्त आशुतोष गर्ग पुलिस अधीक्षक गुरुदेव शर्मा, प्रमुख अभियंता अजय गुप्ता, सड़क सीमा संगठन के अतिरिक्त महानिदेशक हरेंद्र कुमार, क्षेत्रीय अधिकारी वरुण अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
मंत्री के साथ सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के विशेष सचिव व महानिदेशक आई के पांडे, मंत्री के अतिरिक्त निजी सचिव एमएल सेठी, सड़क सीमा संगठन के अतिरिक्त महानिदेशक हरेंद्र कुमार, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित, उपायुक्त आशुतोष गर्ग, पुलिस अधीक्षक गुरुदेव शर्मा, परियोजना निदेशक मंडी नवीन मिश्रा, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण मुख्यालय के महाप्रबंधक वीरेंद्र सांबयाल, प्रमुख अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना अजय गुप्ता, क्षेत्रीय अधिकारी वरुण अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी ने उपस्थित रहे।