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मंडी, 13 अगस्त: अतिरिक्त जिलादंडाधिकारी (एडीएम) श्रवण मांटा ने मंडी जिला में कृषक उत्पादक संगठन बनाकर उनमें प्रभावी दक्षता विकास के लिये कार्य करने पर जोर दिया है। श्री मांटा ने आज जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि कृषक उत्पादक संगठनों में कृषि आधारित उद्यमिता का विकास करने से उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त और आत्म निर्भर बनने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कृषक उत्पादक संगठन बनाने एवं उनको प्रोत्साहन देने की योजना के तहत कृषक उत्पादक संगठनों में प्रभावी कौशल विकास के लिये कार्य किया जायेगा। उन्होंनंे कहा कि आरंभ में कृषक उत्पादक संगठनों को गठित एवम् प्रोत्साहित करने का कार्य लघु कृषक, कृषि, व्यापार संघ, राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) और राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के माध्यम से किया जायेगा।
श्रवण मांटा ने कहा कि कृषक उत्पादक संगठन स्थापित करने का मुख्य उ्देदश्य दक्ष, किफायती एवम् समग्र संसाधन प्रयोग के माध्यम से कृषि उत्पादन को बढ़ावा और कृषि उत्पादन के लिए उचित विपणन आधार प्रदान कर किसानों को समुचित मूल्य उपलब्ध करवाना है।
जिला में योजना के तहत गठित समिति की सदस्य सचिव जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड डा. सोहन प्रेमी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से इस योजना के विभिन्न पहलुओं से अवगत करवाया।
डा. सोहन प्रेमी ने बताया कि कृषक उत्पादक संगठनों के लिये ऋण गारंटी निधि का प्रबंधन एवम् रखरखाव नाबार्ड और एनसीडीसी की ओर से किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर योजना के प्रभावी अनुश्रवण के लिये उपायुक्त की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया हैं। बैठक में मंडी जिला में योजना के बेहतर कार्यान्वयन के लिये विस्तृत चर्चा की गई।
इस अवसर पर अग्रणी बैंक अधिकारी, विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कृषक उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधि ने भी भाग लिया