प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रति किसानों को जागरूक करने के उद्देश्य से कृषि विभाग शिमला द्वारा प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह जानकारी आज संयुक्त कृषि निदेशक डाॅ. दिग्विजय शर्मा ने आज यहां दी।
उन्होंने बताया कि यह प्रचार वाहन प्रत्येक विकास खण्ड मंे जाकर फसलों का बीमा करवाने के लिए किसानों को जागरूक करेगा। उन्होंने बताया कि किसानों को फसलों का बीमा करवाने की अंतिम तिथि 15 जुलाई, 2021 निर्धारित की गई ताकि किसान समय रहते अपनी फसल का बीमा करवा सके।
उन्होंने बताया कि संभावित घटनाओं जैसे बाढ़, सूखा, जल भराव, ओलावृष्टि आदि से उत्पन्न होने वाली फसल हानि की स्थिति में सहायत प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत खरीफ मौसम में मक्की व धान की फसलंे अधिसूचित की गई है, जिसमें मक्की फसल के लिए 17 तहसीलें व उप-तहसीलंे तथा धान की फसल के लिए 7 तहसीलें व उप-तहसीलें अधिसूचित की गई है।
उन्होंने बताया कि योजना का मुख्य उद्देश्य प्रभावित किसानों को वित्तिय सहायता उपलब्ध करवाना है। उनकी आय को सुनिश्चित करना है ताकि वे अपनी कृषि कार्य को सुचारू ढंग से जारी रख सके। योजना के अंतर्गत सभी ऋण किसानों को वित्तिय संस्थानों द्वारा स्वतः ही बीमित किया जाएगा यदि कोई ऋणी किसान फसल का बिमा नहीं करना चाहता है तो वह संबंधित बैंक शाखा व ऋण की वित्तिय संस्था को अंतिम तिथि से एक सप्ताह पहले सूचित करें। किसान अपनी फोटो, पहचान पत्र, आधार कार्ड, अपनी भूमि के कागजात सहित बीमा कंपनी या नजदीकी लोकमित्र केन्द्र, बैंक या आॅनलाइन माध्यम से अपनी फसलों का बीमा करवा सकते हैं। किसी प्रकार के परामर्श के लिए किसान विकास खण्ड के कृषि प्रसार अधिकारी, कृषि विकास अधिकारी, विषयवाद विशेषज्ञ से सम्पर्क कर सकते हैं। शिमला में 2021-22 के लिए ।हतपबनसजनतम प्देनतंदबम व Agriculture Insurance of Limited, India अधिसूचित की गई है।
इस अवसर पर उप-कृषि निदेशक अजय कुमार नेगी तथा सहायक कृषि सांख्यिकीय अधिकारी सुरेश कुमार भी उपस्थित थे।