Tue. May 14th, 2024

उपायुक्त हेमराज बैरवा ने जे.एस.डब्लयू जल विद्युत परियोजना छोलटू जिला किन्नौर द्वारा पर्यावरण सप्ताह के दौरान आयोजित एक समारोह में छोलटू स्थित जे.एस.डब्लयू परिसर में परसीमन का पौधा रोपा। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम सभी का दायित्व बनता है कि हम पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आएं तथा अक्षय-उर्जा (नवीकरणीय उर्जा) को बढ़ावा दें।
उपायुक्त ने जे.एस.डब्लयू को वायो-गैस उर्जा के क्षेत्र में भी आगे आने का सुझाव दिया तथा कहा कि इसके लिए ऐसा प्रस्ताव बनाएं ताकि वायो-गैस उर्जा के क्षेत्र में युवा आगे आएं। उन्होंने कहा कि इसके लिए युवाओं को प्रेरित करने की आवश्यकता है। उन्होंने जे.एस.डब्लयू प्रबंधन से अपने परिसर में भी नवीकरणीय उर्जा का अधिक से अधिक उपयोग करने की सलाह दी ताकि जिले के अन्य को भी एक अच्छा संदेश जाए।
उन्होंने कहा कि हमें इस तरह के भवन बनाने चाहिए जो पूरी तरह से पर्यावरण मित्र हों। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन भी जे.एस.डब्लयू द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए उठाए गए कदमों के लिए हर संभव सहयोग करता रहेगा। उन्होंने कहा कि हम सभी का दायित्व बनता है कि समाज के लिए सकारात्मक सोच के साथ कार्य करें। उन्होंने जे.एस.डब्लयू प्रबंधन का कोविड काल में दिए गए सहयोग के लिए भी आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि जे.एस.डब्लयू द्वारा महिलाओं को आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने के लिए चरखा व युवा प्रतिभाओं को उभारने के लिए जिले में खेल सुविधाएं सृजित करने में अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि जिले के लगभग 25 महिला स्वयं सहायता समूह चरखा से जुड़े हैं, जिसमें लगभग 2500 महिलाएं शामिल हैं। इन महिलाओं द्वारा तैयार किए गए हथकरघा उत्पादों का प्रबंधन ने अनेक मंचों पर विक्रय सुनिश्चित बनाया गया है ताकि स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को उनके उत्पादों का उचित मूल्य मिल सके और वे आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।
उन्होंने प्रबंधन से आग्रह किया कि जो पौध रोपण वे कर रहें हैं उसे केवल पौध रोपण तक सीमित न रखें व इसके बाद इसके रख-रखाव पर विशेष ध्यान दें तभी इस तरह के आयोजनों का लाभ होगा।
जे.एस.डब्लयू के पमुख प्रवीण पूरी ने इस अवसर पर जे.एस.डब्लयू द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रबंधन द्वारा इस वर्ष सिल्वर ओक, चिलगोजा, जंगली खुरमानी व अन्य सदाबहार पौधे लगाए जा रहें हैं ताकि जिले को हरा-भरा बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रबंधन द्वारा ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में भी कार्य किया जा रहा है तथा जल विद्युत परियोजनाएं बनाते समय पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है तथा प्रबंधन द्वारा सौर-उर्जा के क्षेत्र में भी कार्य किया जा रहा है।
जे.एस.डब्लयू के सी.एस.आर हैड विनोद प्रोहित ने बताया कि जे.एस.डब्लयू प्रबंधन द्वारा जिले के विभिन्न स्थानों पर 28 हजार से अधिक पौधों का रोपण किया गया है जिससे लगभग 14 लाख 77 हजार 874 क्यूबिक मीटर भू-संख्लन रूका है। उन्होंने कहा कि जे.एस.डब्लयू प्रबंधन द्वारा 225 चैक-डैम का निर्माण किया गया है तथा 150 झीलों व तलाबों का पुर्नोंद्धार किया गया है। उन्होंने कहा कि 1.3 मीलीयन क्यूबिक मीटर वाॅटर स्टोरेज बनाए गए हैं तथा देश भर में लगभग 22 हजार लोगों को वेस्ट मेनेजमैन्ट कार्यक्रम से जोड़ा गया है।
इस अवसर पर जे.एस.डब्लयू प्रबंधन के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।