जल शक्ति, राजस्व, बागवानी एवं सैनिक कल्याण मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने आज रामपुर प्रवास के दौरान जल शक्ति विभाग के 7 करोड़ 87 लाख रुपये से अधिक राशि के विभिन्न विकास कार्यों के उद्घाटन व शिलान्यास किए। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश के प्रत्येक घर के नल में शुद्ध जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रति प्रदेश सरकार कटिबद्ध है, जिसके लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने आज 1 करोड़ 82 लाख 88 हजार रुपये की लागत से बनने वाली पेयजल योजना ग्राम समूह जाहू एवं खुन्नी पनोली तहसील ननखड़ी, 2 करोड़ 24 लाख 75 हजार रुपये की लागत से बनने वाली पेयजल योजना ग्राम पंचायत बगलती, बड़ाच, बड़ोग, करांगला एवं ननखड़ी कार्यात्मक घरेलू नल योजना तथा 92 लाख रुपये से अधिक की लागत से पेयजल योजना शरन ग्राम पंचायत नरैण तथा 1 करोड़ 60 लाख 71 हजार रुपये की राशि से बनने वाली सयारला, केटू बाटकी एवं तकलेच पेयजल योजना तथा 89 लाख 97 हजार रुपये की राशि से बनने वाली द्वारकापुरी ग्राम पंचायत घारगौरा में पेयजल योजना का शिलान्यास किया।
उन्होंने आज ग्राम पंचायत नरैण में 36 लाख 70 हजार रुपये की राशि से निर्मित जराशी, नागाटिकर एवं स्वर्णनगर पेयजल योजना का उद्घाटन भी किया।
उन्होंने कहा कि जहां प्रदेश के हर क्षेत्र में लोगों को पेयजल तथा सिंचाई योजना का लाभ प्राप्त हो रहा है वहीं रामपुर उपमण्डल के ननखड़ी तहसील की 18 पंचायतों में रह रहे लोगों को भी इन योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने देश व विदेश में सेब राज्य के रूप में अपनी विशेष पहचान बनाई है। प्रदेश सरकार ने प्रयास किया है कि प्रदेश में गुणवत्तायुक्त सेब तैयार हो, जिससे हमारे सेब की पहचान राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो सके तथा बागवानों की आय में भी तीव्रता से तेजी लाई जा सके।
उन्होंने कहा कि जिला शिमला में बागवानों की सुविधा के लिए जहां छोटी-छोटी मंडियों का निर्माण किया है वहीं पराला में 100 करोड़ की लागत से आधुनिक तकनीकयुक्त प्रोसेसिंग प्लांट तथा पराला मण्डी के विस्तार का कार्य किया जा रहा है जबकि 60 करोड़ की लागत से सीए स्टोर का निर्माण कार्य पराला में तेजी से आरम्भ किया गया है। इस प्लांट से जहां क्षेत्र में युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान होंगे वहीं बागवानों की आर्थिकी में भी वृद्धि होगी।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को क्षेत्र में सड़कों तथा सम्पर्क मार्गों को सेब सीजन से पहले दुरूस्त करने के भी सख्ती से दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन योजना के तहत प्रदेश सरकार ने 2019 व 2020 में प्रथम स्थान प्राप्त किया है वहीं भारत सरकार द्वारा इस मिशन के तहत 1400 करोड़ रुपये भी हिमाचल सरकार को दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत जहां रामपुर क्षेत्र के लोगों की हर योजना से घर में पानी की सुविधा मुहैया करवाई जाएगी वहीं 50 वर्षों तक किसी को पानी की कमी नहीं आने दी जाएगी।
उन्होंने जरासी में सीए स्टोर खोलने के भी निर्देश दिए। उन्होंने टिक्करी-खमाड़ी सड़क जिसकी दूरी 52 किलोमीटर है की टायरिंग के संबंध में मुख्यमंत्री को अवगत करवाने का आश्वासन दिया ताकि कार्य को किया जा सके।
उन्होंने ननखड़ी क्षेत्र की सभी पंचायतों के लोगों द्वारा रखी गई मांग एंटीहेलगन की मांग के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा नौणी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को इसे ट्रायल के आधार पर प्रयोग करने के निर्देश दिए है, जिसकी लागत 15 लाख रुपये है और यह प्रयोग यदि सही पाया गया तो हिमाचल सरकार इसे बागवानों को 80 प्रतिशत की सब्सिडी पर उपलब्ध करवाएगी।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से सेब बागवानों को इस साल पौने 300 करोड़ का नुक्सान हुआ है, इसके लिए हमने प्रदेश सरकार से बात की है और जो भी संभव हो सकेगा उसका लाभ बागवानों को दिया जाएगा।
उन्होंने सभी से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण करवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि हमें कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ना है तो प्रदेश सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मानकों की अनुपालना सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने कहा कि मास्क लगाने, दो गज की दूरी और हाथों को साबुन से निरंतर धोना या सैनेटाइजर का प्रयोग करने को अपने जीवन का अनिवार्य अंग बनाना आवश्यक है तभी हम कोरोना संक्रमण से बचने में कामयाब हो सकेंगे।
इस अवसर पर भाजपा मण्डल अध्यक्ष रामपुर भीम सिंह ठाकुर, जिला महासु के महा सचिव शशी भूषण श्याम, पूर्व प्रत्याशी प्रेम सिंह दरेग, मुख्य अभियंता जल शक्ति विभाग सुशील जस्टा, एसई जल शक्ति विभाग राजीव महाजन, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति विभाग रणबीर नेगी, उपमण्डलाधिकारी रामपुर सुरेन्द्र मोहन, डीएसपी चन्द्र शेखर कायत, जिला परिषद सदस्य नारायण वार्ड त्रिलोक भलूणी, उप-निदेशक उद्यान विभाग तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं स्थानीय प्रधान, उप-प्रधान एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे।
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