महिला एवं बाल विकास विभाग तथा जिला कार्यक्रम विभाग किन्नौर के सौजन्य से आज यहाँ आई.टी.आई में ‘वो-दिन योजना के तहत एक दिवसीय संवेदीकरण शिविर का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता आई.टी.आई के प्राध्यापक विवेक नेगी ने की।
विवेक नेगी ने कहा कि इस तरह के जागरूकता शिविरों को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य जिला की लड़कियों को मासिक धर्म से संबंधित आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवाना है तथा इन शिविरों का आयोजन समय-समय पर होना चाहिए ताकि जिला के लोग भी जागरूक हो सकें।
इस अवसर पर महिला कल्याण अधिकारी उर्वशी नेगी ने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूक किया। उन्होंने इससे संबंधित समाज में फैली भ्रांतियों को समाप्त करने और मासिक धर्म के दौरान स्वास्थ्य देखभाल सहित स्वच्छता अपनाने का आग्रह किया।
उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे परिवारों में बेटियों को संबल प्रदान करने के उद्देश्य से बेटी है अनमोल योजना चलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत बेटी के जन्म पर सरकार द्वारा बैंक या डाकघर में बेटी के नाम 21 हजार रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि जमा की जाती है तथा 18 वर्ष की आयु के उपरान्त उसे ब्याज सहित यह राशि प्रदान की जाती है ताकि वह उच्च शिक्षा ग्रहण करने में इस राशि का उपयोग कर सके। योजना का लाभ दो बेटियों के जन्म तक दिया जाता है।
स्वास्थ्य विभाग की डाॅ. हेम लता ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को जानकारी देते हुए बताया कि महामारी का समय लड़कियों के लिए विशेष होता है तथा इस दौरान लड़कियों को नैतिक सहयोग की आवश्यकता होती है जो कई बार उन्हें नही मिल पाता है जिससे उन्हें कठिनाई का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि महामारी के समय खान-पान व सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए तथा आईरन युक्त आहार भरपूर मात्रा में ग्रहण करना चाहिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने छात्राओं को महामारी के दौरान स्वच्छता, नैपकिन पैड के उपयोग व निपटान बारे विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर आयुर्वेदिक विभाग के डॉ. विद्यासागर ने उपस्थित छात्र व छात्राओं को एनीमिया के बारे में जानकारी प्रदान की तथा पैरा-लीगल विभाग के अधिवक्ता दीपक नेगी ने पॉक्सो एक्ट, एंटी रैगिंग एक्ट तथा बाल-विवाह अधिनियम बारे जागरूक किया।
इस अवसर पर नारा-लेखन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में 15 छात्राओं ने भाग लिया जिसमें छेरिंग भुटी ने प्रथम, स्नेहा नेगी ने द्वितीय तथा रोजी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्राध्यापक द्वारा स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम विभाग की सांख्यिकी सहायक अंजू नेगी, वन स्टाॅप सेंटर के सुशील नेगी तथा आई.टी.आई के अध्यापक व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।