जिला परिषद सोलन की त्रैमासिक बैठक आज उपायुक्त कार्यालय सोलन में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष धर्मपाल चैहान ने की।
बैठक में जिला परिषद सोलन की 19 फरवरी, 2020 से 29 सितम्बर, 2020 तक की लगभग 05.20 करोड़ रुपए की आय-व्यय को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
आज आयोजित बैठक में 48 मदों पर सारगर्भित चर्चा की गई।
जिला परिषद अध्यक्ष धर्मपाल चैहान ने इस अवसर पर कहा कि विकास कार्यों को करने से पूर्व विभागों के अधिकारी व कर्मचारी सम्बन्धित क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य से समन्वय स्थापित कर कार्य करवाएं ताकि लम्बित पड़े विकास कार्यों को शीघ्र पूर्ण किया जा सके। उन्होंने कहा कि चुने हुए जनप्रतिनिधि विभिन्न समस्याओं को संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ सीधा संवाद स्थापित कर त्वरित सुलझा सकते हैं। इससे बैठक में अनेक समस्याओं को उठाने का पर्याप्त समय मिलता है। उन्होंने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों का यह प्रयास रहता है कि अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सकारात्मक सहयोग से जनता की समस्याओं का शीघ्र निवारण किया जा सके।
उन्होंने कहा कि जिला परिषद सदस्यों एवं पंचायती राज प्रतिनिधियों की लोकतंत्र में अहम भूमिका है। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि विभिन्न विकासात्मक योजनाओं के क्रियान्वयन एवं जन समस्याएं सुलझाने में सभी स्तरों पर जन प्रतिनिधियों से तालमेल स्थापित करें ताकि समस्याआंे का अविलम्ब समाधान हो तथा विकास योजनाएं नियत समय पर पूरी हों।
बैठक में लोक निर्माण, राजस्व, राज्य विद्युत बोर्ड, उद्योग, आबकारी, ग्रामीण विकास, पुलिस, प्रदूषण इत्यादि विभागों से संबंधित 48 मदों पर चर्चा की गई।
अतिरिक्त उपायुक्त अनुराग चन्द्र शर्मा ने विश्वास दिलाया कि जिला प्रशासन चुने हुए प्रतिनिधियों के समन्वय के साथ जन समस्याओं के निवारण के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि जनहित के मामलों पर शीघ्रता से कार्यवाही आमजन का अधिकार है तथा सभी अधिकारियों को इस दिशा में गम्भीर प्रयास करने चाहिएं। उन्हांेने अधिकारियों से आग्रह किया कि विकासात्मक कार्योें में गुणवत्ता के साथ-साथ गतिशिलता लाएं।
बैठक में जिला परिषद सोलन के उपाध्यक्ष जगन्नाथ शर्मा, पंचायत समिति कण्डाघाट की उपाध्यक्ष रीता ठाकुर, जिला परिषद सदस्य शीला, सविता ठाकुर, मीना वर्मा, सुमन लता, रमा ठाकुर, निर्मला देवी, सुखदेव कौर, सत्या देवी, सुनीता गर्ग, यशवंत सिंह, रामकृष्ण शर्मा तथा विभिन्न पंचायत समिति के अध्यक्षों सहित जिला के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।