जिला भाषा अधिकारी शिमला अनिल कुमार हारटा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला भाषा अधिकारी कार्यालय शिमला द्वारा हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व की 50वीं वर्षगांठ पर पहाड़ी सप्ताह-2020 के अवसर पर 26 अक्तूबर, 2020 को प्रातः कालीन सत्र में फेसबुक लाइव के माध्यम से हिमवाणी संस्था के कलाकारों द्वारा महासुवी विवाह संस्कार गीतों का प्रसारण किया गया।
उन्होंने बताया कि सांयकालीन सत्र में गुगल मीट ऐप के माध्यम से आॅनलाईन जिला शिमला की व स्थानीय बोलियों पर आधारित परिचर्चा का आयोजन करवाया गया, जिसमें जिला शिमला के पहाड़ी बोली के विद्वानों में सीआरबी ललित, ध्यान सिंह भागटा, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में परमार पीठ के विभागाध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश शर्मा, गोपाल दिलैक ने वर्ष 1966 के पश्चात पहाड़ी बोली की स्थिति, भौगोलिक दृष्टि से बोली का प्रचलन व व्यवहार, जिला में स्थानीय बोलियों में प्रकाशित विधाएं, वर्तमान में पहाड़ी बोली की व्यवहारिकता में कमी के कारण, युवा पीढ़ी के अपनी स्थानीय बोली के प्रति रुचि एवं दृष्टिकोण, बोलियां के प्रोत्साहन हेतु विभाग से अपेक्षाएं आदि उपरोक्त बिन्दुओं पर पहाडीं बोली में ही विस्तृत रूप से अपने विचार प्रस्तुत किए तथा बोलियों के विकास के लिए बहुमूल्य सुझाव भी दिए।
इसी कड़ी में जिला स्तरीय पहाड़ी कवि गोष्ठी का आयोजन भी आयोजन करवाया गया जिसमें नारायण वर्मा, सत्यनारायण स्नेही, जगदीश कश्यप, मोहन राठौर, कल्पना गांगटा, उमा ठाकुर, गोपीचंद डोगरा, धर्मपाल भारद्वाज तथा सीआरबी ललित ने कविता पाठ किया।