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तीन वर्षों में कुल्लू जिला को मिली 114.94 करोड़ की 31 PMGSY सड़कें : गोविन्द सिंह ठाकुर

प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद श्री जयराम ठाकुर के मार्गदर्शन में कुल्लू जिला को अनेक सौगातें मिली है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण है जिला को बीते तीन वर्षों में पीएमजीएसवाई के तहत 31 सडकों के लिए 114.94 करोड़, नाबार्ड के तहत 21 सड़कों के निर्माण के लिए 75 करोड़, सीआरएफ के तहत 9 कार्यों के लिए 21.36 करोड़ प्राप्त हुए हैं। वन परिवहन, युवा सेवाएं एवं खेल मन्त्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने आज लोकनिर्माण विभाग कुल्लू वृत के कार्यों एवं उपलब्धियों की विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से शिमला से समीक्षा के दौरान ये बात कही।

वन मन्त्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि गत तीन वर्षों में कुल्लू जिला में बाहरी सिराज को छोड़कर 176 कलोमीटर सड़कों का विस्तार हुआ है तथा 17 पुलों एवं 32 भवनों का निर्माण हुआ है, इसी अन्तराल में जिला की 8 पंचायतों के 28 गाँवों को सड़क सुविधा से जोड़ा गया है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमन्त्री ने गत तीन वर्षों में कुल्लू जिला में लोकनिर्माण विभाग से सम्बन्धित अनेक घोषणाएं की है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण कुल्लू मनाली बाम तट सड़क की सीआरएफ के तहत मुरम्मत एवं चौड़ाई का कार्य है। इस कार्य की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर दी गई है तथा जल्द ही स्वीकृत होने वाली है, पतलीकूहल में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के भवन निर्माण के लिए 7.35 करोड़ की प्रशासनिक एवं वितीय स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है तथा भुन्तर सैनिक चौक से रामशिला सड़क की मुरम्मत के लिए जल्द पांच करोड़ रूपये प्रदान किए जा रहे हैं।

इस बैठक में लोकनिर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता, कुल्लू, मनाली, तथा अभियांत्रिक मण्डल के अधिशाषी अभियन्ता तथा सभी उप मण्डलों के सहायक अभियन्ता शामिल रहे। वन मन्त्री ने सभी अधिकारियों को मुख्यमन्त्री की घोषणाओं को प्राथमिकता आधार पर इसी वित वर्ष में पूर्ण करने और विभाग से सम्बन्धित विधायक प्राथमिकताओं को भी जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। वन मन्त्री ने कहा कि वर्तमान में मनाली विधानसभा क्षेत्र की 91, कुल्लू की 88 तथा बन्जार की 70 प्रतिशत आबादी सड़क सुविधा से जुड़ चुकी है जिसे आगामी दो वर्षों में शत प्रतिशत तक जोड़ दिया जाएगा।

वन वृत हमीरपुर वनों के सम्वर्धन में कर रहा बेहतरीन कार्य

वन मन्त्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से हमीरपुर वन वृत के हमीरपुर, ऊना तथा देहरा वन मण्डलों के कार्यों एवं उपलब्धियों की समीक्षा की। वन मन्त्री ने कहा कि वन वृत हमीरपुर के अन्तर्गत तीनों वन मण्डलों ने सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं एक बूटा बेटी के नाम, विद्यार्थी वन मित्र, चीड की पत्तियों की योजना तथा सामुदायिक वन संवर्धन योजना पर प्रशंसनीय कार्य किया गया है। चीड की पत्तियों पर प्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई योजना से इस वर्ष वन अग्नि के लिए अति संवेदनशील इस क्षेत्रों में आग की घटनाओं में भारी कमी आई है।

वन मन्त्री ने विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की अवैध कटान एवं शिकार के प्रति सख्ती के लिए सराहना की तथा प्रधान मुख्य वन अरण्यपाल को निर्देश दिए कि वन विभाग एवं पुलिस विभाग के बीच बेहतर सामंजस्य बनाने के लिए समय समय पर दोनों विभागों के संयुक्त मोक ड्रिल तथा ओरिएंटेशन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। वन मन्त्री ने हाल के दिनों में समाचार पत्रों में वन काटुओं द्वारा सुचना देने वाले व्यक्तिओं पर किए हमले को लेकर चिन्ता व्यक्त की तथा विभागीय अधिकारियों को इन मामलों की जाँच कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

वन मंत्री ने कहा कि इस साल वन विभाग द्वारा 12 हजार हेक्टेयर भूमि को पौधारोपण के तहत कवर करने का लक्ष्य रखा गया है। इस पुनीत कार्य में आम जन की सहभागिता को सुनिश्चित किया जाएगा ताकि प्रदेश सरकार द्वारा 1.25 करोड़ पौधारोपण के तय लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।