न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि प्रदर्शन में प्रदेश भर से एक लाख के कर्मी और न्यू पेंशन लेने वाले सेवा निवृत कर्मचारी भी पहुंचे है। सरकार ने कर्मचारियों को डरा धमकाकर रोकने का प्रयास किया । लेकिन शिमला में उमड़ी ops बहाली की भीड़ से साफ पता चल रहा है कि प्रदेश के कर्मचारी क्या चाहते है। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली को लेकर न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ बुधवार को अपनी पदयात्रा के अंतिम दिन टूट से चलता हुआ विधानसभा के लिए रवाना हुआ था। लेकिन प्रशासन ने 103 टनल के पास बेरीकेट्स लगाए हुए थे। करीब दो घंटे तक यहां पर प्रदेश भर से आए हुए पेंशन विहीन कर्मचारी डटे रहे । काफी देर तक जिलाधीश भी पहुंचे थे। ताकि कर्मचारियों को झूठे आश्वासन दिए जा सकें लेकिन महासंघ के कर्मचारी उनकी बातों में नहीं आए और बेरीकेट्स के आगे डटे रहे। इसके बाद पुलिस कर्मियों के साथ हल्की धक्का मुक्की भी हुई और फिर हजारों कर्मी बेरीकेट्स को लांघ कर विधानसभा की ओर रवाना हो गए। प्रशासन ने जगह जगह बेरीकेट्स लगा रखे थे। आधे से अधिक कर्मचारी 103 के पास अभी तक डटे हुए है वही आधे कर्मचारी विधान सभा के बाहर अपनी मांग को लेकर लामबंद है। प्रदीप ठाकुर ने कहा कि आज की रात यहां पर रुकेंगे क्योंकि हम यही मांग कर रहे है कि मुख्यमंत्री हमसे वार्ता करे अगर ops लागू नहीं भी करनी है तो भी यहां आए हुए कर्मचारियों के समक्ष मुख्यमंत्री यह बात कहे। मुख्यमंत्री नेक दिल इंसान है लेकिन उनके सलाहकार हमारे आंदोलन के बारे में गलत फीड बैक दे रहे है। प्रदेश भर के कर्मचारी अपनी एक ही मांग के लिए अड़े है कि पुरानी पेंशन बहाल हो। कल बजट पेश होना है लेकिन अगर हमारे साथ वार्ता न हुई तो हमारा आंदोलन भविष्य में भी जारी रहेगा। मैं उन सभी कर्मियों का आभारी हूं जो इस आंदोलन का हिस्सा बने है इसके साथ नेशनल मूवमेंट ऑफ ओल्ड पेंशन स्कीम के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु का आभारी हूं जिन्होंने हमें यहां मार्गदर्शन प्रदान किया । इसी मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा कर्मचारियों का हक है पुरानी पेंशन और देश भर में अब पेंशन बहाली की ओर बढ़ रहा है। हिमाचल प्रदेश की सरकार भी पुरानी पेंशन लागू करें।
एंबुलेंस और आपातकालीन वाहनों को जाने दिया।
प्रदर्शन के कारण पूरी सड़क कर्मचारियों से भर चुकी थी । इसी बीच कई बार एंबुलेंस भी आई जिसे कर्मचारियों ने रास्ता प्रदान किया इसके अलावा आपातकालीन स्थिति में जाने वाले वाहनों को भी जाने दिया।
मंत्री और डीजीपी भी आए वार्ता के लिए
विधान सभा के बाहर पहुंचे कर्मचारियों से बात करने के लिए पहले डीजीपी संजय कुंडू आए लेकिन कर्मचारी वर्ग अपनी मांग से पीछे नहीं हटा इसके बाद शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज वार्ता के लिए आए। लेकिन कर्मियों की एक मांग है कि मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे अन्य किसी से नहीं ।
प्रदेश के हर जिले से पहुंचे हजारों कर्मी
न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के आहवाह्न पर प्रदेश के हर जिले से हजारों की तादाद में कर्मचारी पहुंचे है। प्रशासन ने जगह जगह प्रदर्शन में आने वाले कर्मचारियों के वाहनों को रोका है लेकिन फिर हजारों की तादाद में प्रदर्शन में पहुंच गए है।।