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मंडी, 25 जुलाई: ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि पंचवटी योजना गांवों की सूरत को और निखारने में मददगार होगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बच्चों से बुजुर्गों तक की जरूरतों का ख्याल रखते हुए प्रदेशवासियों को पंचवटी योजना का उपहार दिया है। इस योजना के तहत प्रदेश में पार्क और बगीचे बनाए जाएंगे, जहां हर उम्र के लोगों के लिए फिटनेस और मनोरंजन से जुड़ी सुविधाएं मुहैया होंगी।
वीरेन्द्र कंवर मंडी में उपायुक्त कार्यालय सभागार में पशुपालन, पंचायती राज, ग्रामीण विकास व मत्स्य विभाग से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पंचवटी योजना के जरिए पार्क और बगीचे, दादा-दादी पार्क, चलने योग्य रास्ते, तालाब इत्यादि का सौंदर्यकरण, पौध रोपण, वालीबॉल कोर्ट के अलावा बच्चों के शारीरिक व मानसिक फिटनेस के लिए भी विशेष इंतजाम किए जाएंगे।
उन्होंने समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस योजना के तहत कार्यों के लिए मनरेगा के साथ साथ स्वच्छ भारत मिशन और 13वें-14वें वित्त आयोग के तहत उपलब्ध धन का सदुपयोग करें। सितम्बर महीने तक इस पैसे को शतप्रतिशत उपयोग में लाएं।
मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना से कलाकारों को प्रोत्साहन
मंत्री ने कहा कि प्रदेश में शुरू की गई मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना के तहत लोगों को अपनी कला संस्कृति से जुड़े पुश्तैनी काम और परम्परागत रोजगार साधनों को अपनाने के लिए प्रशिक्षित व प्रोत्साहित करने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। योजना में काम सीखने व सिखाने वालों प्रति माह 1500 से 3000 रुपए तक का भत्ता प्रदान किया जा रहा है।
गांवों के विकास और रोजगार सृजन को 250 करोड़
वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि प्रदेश में गांवों के विकास और रोजगार सृजन से जुड़े कार्यों पर 250 करोड़ रुपये खर्चे जा रहे हैं। इसे लेकर मिशन मोड पर काम किया जा रहा है ताकि गांवों में रोजगार के अधिक से अधिक अवसर बनें ।
कोरोनाकाल में घर लौटे लोगों की स्किल मैपिंग
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते बाहरी राज्यों से हिमाचल लौटे लोगों की स्किल मैपिंग की जा रही है। उनकी कार्यकुशलता का पता लगा कर डाटा तैयार किया जा रहा है, ताकि उन्हें उनके हुनर के मुताबिक रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए जा सकंे। वहीं तुरन्त मदद की जरूरत वाले मामलों में मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है।
महिलाओं के आर्थिक सृदृढ़ीकरण को समर्पित है मुख्यमंत्री एक बीघा योजना
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश की महिलाओं की आर्थिकी को सृदृढ़ करने के उद्देश्य से प्रदेश में मुख्यमंत्री एक बीघा योजना शुरू की गई है। इस योजना को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) से जोड़ा गया है ताकि ग्रामीण आर्थिकी को बल मिल सके। योजना के तहत स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं बैकयार्ड किचन गार्डन का कार्य कर सकती हैं।
इसके अंतर्गत एक महिला या उसका परिवार जिनके पास एक बीघा (या 0.4 हेक्टेयर) तक की भूमि है, वह सब्जियों और फलों को उगाने के लिए बैकयार्ड किचन गार्डन तैयार कर सकते हैं। योजना में अभी तक 35 सौ से अधिक महिलाओं ने अपना पंजीकरण करवाया है।
गौ सदनों के निर्माण व रखरखाव पर जोर
वीरेन्द्र कंवर ने बताया कि गौ पुनर्वास योजना के तहत पूरे प्रदेश में गौ सदनों के निर्माण और उनकी क्षमता बढ़ाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। मंडी जिला में 18 गौ सदन चल रहे हैं। अन्य तीन गौ शालाओं के निर्माण के लिए भी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार पंचायतों में ठोस एवं तरल कचरा प्रबन्धन के बेहतर व्यवस्था विकसित करने पर जोर दे रही है। इसके लिए सभी खंड विकास अधिकारियों को अतिरिक्त प्रयास करने और तय लक्ष्यों को समयबद्ध पूरा करने के निर्देश दिए।
बैठक में विधायक इन्द्र सिंह गांधी, जवाहर ठाकुर, प्रकाश राणा, उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अजय राणा, परियोजना अधिकारी डीआरडीए नवीन कुमार, समस्त खण्ड विकास अधिकारी उपास्थित रहे