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पार्बती-II परियोजना की पर्यावरण प्रबंधन योजना के अंतर्गत परियोजना प्रभावित
परिवारों के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। इसी क्रम में शील्हा ग्राम
बरशेणी पंचायत के ग्रामीणो के लिए दिनांक 28.02.2023 को एनएचपीसी द्वारा राज्य पशुपालन
विभाग एवं क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण स्टेशन, बजौरा के सहयोग से क्रमशः
पशुपालन एवं सेब पौधारोपण के संबंध में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया
गया। इस कार्यक्रम में ग्रामीणो को मवेशियो के पालन, प्रबंधन, पशुओं में होने वाले विभिन्न रोगों व
इसके रोकथाम के उपायों की महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी। इसके अतिरिक्त ग्रामीणो को मवेशियो
के जीवनचक्र के अनुसार संतुलित आहार देने के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। पशु
चिकित्सको ने पशुओं के प्रबंधन के बारे मे विस्तार से व्याख्यान दिया और ग्रामीणों के साथ उनके
पशु संबंधी समस्यों पर चर्चा भी किया। इस कार्यक्रम में पशु पालन विभाग दियार से डॉ विक्रांत
ठाकुर, पशु चिकित्सक एवं मणिकरण से डॉ. आदर्श पराशर, पशु चिकित्सक, पार्बती परियोजना
चरण – II से अधिकारीगण श्री राजकुमार मिश्रा, महाप्रबंधक (सिविल), श्री पी के मल्लिक, ग्रुप
वरिष्ठ प्रबंधक (पर्यावरण) एवं श्रीमती शांता देवी, वार्ड पंच–शील्हा ग्राम व पुरुष एवं महिला
प्रतिभागी उपस्थित थे। सभी प्रतिभागियो को पशुओ को निरोग रखने हेतु मुफ्त दवाइयाँ भी
वितरित की गयी।
क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण स्टेशन, शहबाग, कुल्लू से डॉ जोगिंद्र सिंह व
बजौरा से डॉ विजय भारद्वाज द्वारा सेब के पौधे लगाने के लिए गड्ढों से लेकर उनकी काट- छांट,
बीमारियों की रोकथाम व स्प्रे संबंधी जानकारी व सावधानियों के बारे में बताया गया। वैज्ञानिकों
द्वारा उद्यान विभाग से संबंधित विभिन्न योजनाओं के बारे में प्रतिभागियों को विस्तार से जानकारी
प्रदान की गई। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों ने अपनी बागवानी से संबंधित समस्याओं के बारे मे
विशेषज्ञों से चर्चा कर समाधान प्राप्त किया। सभी प्रतिभागियों को लगाने हेतु परियोजना द्वारा
उन्नत किस्म के सेब के पौधे भी वितरित किये गये। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने
एनएचपीसी को इस कार्यक्रम के आयोजन करने के लिए धन्यवाद व्यक्त किया और भविष्य में भी
इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने का अनुरोध किया।