मंडी, 30 जून। अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने जिला स्तरीय बैंकर्स सलाहकार एवं समीक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभी बैंकों से सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को जन सामान्य तक पहुंचाने के लिए समर्पित भाव से काम करने का आग्रह किया है। उन्होंने बैंक अधिकारियों से अनुरोध किया कि बैंकिंग की व्यवस्था इस तरह की हो जिससे लोगों को बैंक के चक्कर न काटने पडं़े। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारी यह सुनिश्चित बनाएं कि पात्र लाभार्थियों को समय पर सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।
जतिन लाल ने कहा कि बैंक निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति में कोई कोताही न बरतें। उन्होंने निर्देश दिए कि स्वरोजगार ऋण योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं, ताकि अधिक से अधिक युवा इन योजनाओं का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बन सकंे। उन्होंने सभी बैंकों को ऋण जमा अनुपात में वृद्धि के लिए अतिरिक्त प्रयास करने को कहा।
बैठक के बाद एडीसी ने बताया कि 31 मार्च, 2022 को कुल जमाराशि 18152.64 करोड़ एवं कुल ऋण 4744.35 करोड़ है। जिले की ऋण जमा अनुपात 26.14 प्रतिशत रही है। जिले में कुल ऋण में से 1368.67 करोड़ रुपये के कृषि क्षेत्र में, 1273.76 करोड़ उद्योग एवं व्यवसाय क्षेत्र में, 49.82 करोड़ रुपये शिक्षा, 498.53 करोड़ रुपये मकान ऋण, 47.87 करोड़ रुपये अन्य प्राथमिकता क्षेत्र तथा एवं 1505.70 करोड़ रुपये गैर-प्राथमिकता क्षेत्र में वितरित किए गए हैं। जिले में 3238.65 करोड़ रुपये प्राथमिकता क्षेत्र में, 1257.54 करोड़ रुपये कमजोर वर्ग तथा 657.68 करोड़ रुपये महिलाओं को वितरित किए गए हैं, जो राष्ट्रीय लक्ष्य से ऊपर हैं।
बैठक में अग्रणी जिला प्रबंधक सुरेश कुमार बोध ने बताया कि पहली अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2022 तक मंडी जि़ले मंे कुल 2987.44 करोड़ के ऋण वितरित किए गए हैं। इनमें से कृषि क्षेत्र में 1195.13 करोड़, उद्योग एवं व्यवसाय क्षेत्र में 785.13 करोड़, अन्य प्राथमिकता क्षेत्र में 120.75 करोड़ तथा गैर प्राथमिकता क्षेत्र में 886.43 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए गए । मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के अंतर्गत जिले में 321 केस स्वीकृत किए गए हैं।
बैठक में आरबीआई षिमला के एलडीओ यष वर्मा, एजीएम डीडीएम नाबार्ड राकेश वर्मा, सरकारी विभागों के प्रमुख, सभी बैंकों के डीसीओ सहित विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।