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शिमला, 18 अक्तूबर
भारत निर्वाचन आयोग के तहत स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी रहित चुनाव प्रक्रिया की पूर्ति के लिए व्यय एवं लेखा कार्यों में लगे अधिकारियों एवं कर्मचारियों का उत्तरदायित्व अत्यंत महत्वपूर्ण है। 2 मण्डी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के 66-रामपुर निर्वाचन क्षेत्र में आज मण्डी संसदीय उप चुनाव के लिए नियुक्त व्यय पर्यवेक्षक विमल कुमार मीणा ने व्यय से संबंधी गतिविधियों की जानकारी के लिए निर्वाचन अधिकारियों की बैठक के दौरान ये निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि अधिकारी प्रत्याशियों के निर्वाचन व्यय एवं लेखा संबंधित सभी घटकों की सघनता से जांच व निगरानी करें तथा सभी साक्ष्यों के दस्तावेज समयबद्ध तैयार कर प्रस्तुत करें।
उन्होंने कहा कि प्रत्याशियों द्वारा किए जा रहे व्यय जिसमें प्रचार, वाहनों के इस्तेमाल, रैलियों के आयोजन तथा अन्य खर्चे शामिल हैं का बारीकी से आंकलन कर नियमित रिकॉर्ड स्थापित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने चुनाव के दौरान सुरक्षा प्रबंधों के लिए किए जा रहे प्रयासों की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने धन बल को रोकने, शराब आदि के वितरण पर अंकुश लगाने के लिए किए गए प्रबंधों के अंतर्गत विभिन्न जांच एवं निगरानी कार्यों का भी जायजा लिया।
उन्होंने कहा कि वीडियो निगरानी दल, स्थैतिक निगरानी दल तथा उड़न दस्ता दल चुनाव के दौरान प्रत्याशियों के खर्चों के आंकलन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
उन्होंने कहा कि वीडियो निगरानी दल रैली आदि अन्य आयोजनों की गहनता से वीडियोग्राफी करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि स्थैतिक निगरानी दल और उड़न दस्ते दल सक्रियता से कार्य करें।
उन्होंने कहा कि वीडियो सर्विलेंस, स्थैतिक निगरानी दल एवं उड़न दस्ता दल समन्वय स्थापित कर कार्य करें एवं जानकारी का परस्पर आदान-प्रदान भी अनिवार्य रूप से करें ताकि प्रत्याशियों अथवा राजनैतिक पाटिर्यों द्वारा किए जा रहे व्यय एवं लेखा पर सघन निगरानी रखी जा सके।
इस अवसर पर सहायक रिटर्निंग अधिकारी 66-रामपुर यादविन्द्र पाॅल, व्यय पर्यवेक्षक के सम्पर्क अधिकारी रितेश पटियाल, डीएसपी चन्द्र शेखर, चुनाव कानूनगो प्रदीप शर्मा, वीएसटी, एसएसटी, वीवीटी तथा चुनाव प्रक्रिया में लगे अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।