मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी विद्यार्थियों और अन्य लोगों को यूक्रेन से सुरक्षित वापिस लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और उनकी सुरक्षित वापसी के लिए संवेदनशीलता के साथ हर संभव प्रयास किया। उन्होंने कहा कि यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद होने पर प्रधानमंत्री ने चार केंद्रीय मंत्रियों को विशेष रूप से यूक्रेन के पड़ोसी देशों में तैनात किया, जो देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री की चिंता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को सीमावर्ती देशों से विशेष उड़ानों के माध्यम से वापस लाया गया और प्रत्येक भारतीय नागरिक की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की गई।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने भी प्रभावी ढंग से इस मामले को केंद्र सरकार के समक्ष रखा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली तथा मुंबई पहुंचने के उपरांत राज्य सरकार की ओर से राज्य के लोगों को उनके घर पहुंचाने की समुचित व्यवस्था की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार विद्यार्थियों के भविष्य के प्रति चिंतित हैं और सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगी कि विद्यार्थियों का करियर प्रभावित न हो।
यूक्रेन में फंसे विद्यार्थियों की समस्या के प्रति अत्यधिक संवेदनशील रवैया अपनाने के लिए विद्यार्थियों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की प्रशंसा की। अधिकांश विद्यार्थियों ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा विदेशों में बनाई गई भारत की सशक्त छवि पर उन्हें गर्व महसूस होता हैं। सभी विद्यार्थियों ने पड़ोसी देशों में कार्यरत भारतीय दूतावास के कर्मचारियों की प्रशंसा की।
इस वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान शिमला में मुख्यमंत्री के साथ विधायक विनोद कुमार और जे.आर कटवाल, महासचिव बाल कल्याण परिषद पायल वैद्य भी उपस्थित थीं।