शिमला, 26 सितम्बर
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सुरेखा चैपड़ा ने आज अपने कार्यालय कक्ष में जिला पीएनडीटी एक्ट के कार्यान्वयन के संदर्भ में बैठक की अध्यक्षता की।
उन्होंने बताया कि पीएनडीटी एक्ट कार्यान्वयन समिति समय-समय पर जिला में कार्यरत निजी अल्ट्रा साउंड क्लिनिकों का औचक निरीक्षण करती रहती है, ताकि कन्या भ्रूण हत्या पर अंकुश लगाया जा सके और प्रदेश में लिंगानुपात की दर सामान्य बनी रहे।
उन्होंने बताया कि लिंगानुपात के संरक्षण में सुन्नी चिकित्सा खण्ड को 5 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है तथा खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने कार्य क्षेत्र में पीएनडीटी एक्ट को लागू करने में पूर्ण सहयोग दें।
इस अवसर पर डाॅ. सुरेखा चैपड़ा ने उपस्थित समिति के सदस्यों से सीधा संवाद स्थापित किया और उनके महत्वपूर्ण सुझावों पर गहनता से विचार-विमर्श किया।
इस अवसर पर उप जिला न्यायवादी रीना चैहान, शिशु विशेषज्ञ डाॅ. राजेश राणा, रेडियोलाॅजिस्ट डाॅ. अश्वनी सूद, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एचआर ठाकुर, सूचना अधिकारी केसी जिश्टू व अन्य स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी उपस्थित थे।