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राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष वंदना कुमारी ने आज यहां बाल विकास परियोजना अधिकारी के कार्यालय में राष्ट्रीय पोषण माह के समापन अवसर में एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता की।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पोषण माह के दौरान जिला स्तर एवं खंड स्तर तथा प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में कुपोषण के संदर्भ में जागरूकता शिविर आयोजित किए गए तथा बेटी के स्वस्थ समाज में महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला गया।
वंदना कुमारी ने बताया कि वर्तमान प्रदेश सरकार समावेशी एवं सर्वस्पर्शी नीतियों के कार्यान्वयन में दृढ़ संकल्प है तथा धरातल पर सामाजिक समरसत्ता की योजनाएं प्रभावी ढंग से लागू कर रही है। उन्होंने बताया कि एनीमिया मुक्त तथा सफाई एवं स्वच्छता पर ध्यान के लिए समाज की सहभागिता पर बल दिया, जिससे महिला सशक्तिकरण एवं बालिकाओं का समाज में सम्मान एवं सत्कार संभव हो सके।
उन्होंने कहा कि सम्बद्ध विभागों का सहयोग प्राप्त कर बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य, सुरक्षा, रक्षण व पोषण की दृष्टि से जो भी आवश्यता होगी उसकी पूर्ति के लिए सक्रिय रूप से कार्य किया जाएगा।
वंदना कुमारी ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की बच्चों में टीकाकरण एवं कुपोषण के खिलाफ अहम योगदान की सराहना की।
उन्होंने प्रदेश में बाल अधिकार, बाल मजदूरी, बाल शोषण पर संवेदनशीलता तथा पोक्सो अधिनियम पर गहनता से विचार-विमर्श किया तथा उपस्थित अधिकारियों से सीधा संवाद स्थापित किया, जिससे धरातल पर उपेक्षित वर्ग को लाभ मिल सके।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी वंदना चैहान एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी ममता पाॅल एवं एकीकृत बाल विकास योजना विभाग के कर्मचारी भी उपस्थित थे।