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03 जुलाई 2020
वनकटुओं के साथ सख्ती से निपटेंगे -गोविंद ठाकुर
संवेदनशील वन्य परिक्षेत्रों में वनरक्षकों को उपलब्ध करवाएंगे हथियार
वन संपदा हमारे प्रदेश की अमूल्य परिसम्पति है और वनों का रक्षण हर हालत में
सुनिश्चित बनाया जाएगा। यह बात वन, परिवहन व युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद
सिंह ठाकुर ने आज मनाली से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से वन मण्डल नाहन तथा
राजगढ़ के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों
को निर्देश दिए कि वे वन परिक्षेत्रों में लगातार निगरानी बनाए रखें और वनों को
नुकसान होने की किसी भी प्रकार की आशंका पर तुरंत कार्रवाही अमल में लाएं।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि कुछ परिक्षेत्रों में वन कटुओं की सक्रियता की शिकायतें
आती हैं। ऐसे तत्वों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती एवं
संवेदनशील वन परिक्षेत्रों के रक्षकों को प्राथमिकता के आधार पर हथियार मुहैया करवाएं
जाएंगे। उन्होंने वन कटुओं को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि वन काटना अपराध है
और इसेे कतई सहन नहीं किया जाएगा। वन विभाग इस दिशा में सदैव संजीदगी के
साथ काम करेगा। वन कटुओं से जंगलों को बचाने के लिए उन्होंने आम लोगों के भी
सहयोग की अपील की है।
वन मंत्री ने कहा कि सिरमौर जिला आगजनी की घटनाओं को लेकर काफी
संवदेनशील है। आगजनी से हर साल वनों को करोड़ों का नुकसान हो जाता है। असंख्य
वन्य प्राणी व जीव जन्तु आगजनी का शिकार हो जाते हैं। वनों में आगजनी की घटना
पाप है और पर्यावरण को भी इससे बड़ा नुकसान पहुंचता है। इसलिए फायर सीजन के
े दौरान ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अधिक रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन किया
जाना चाहिए। इसमें स्थानीय लोगों को शामिल करके उनकी सहभागिता सुनिश्चित बनाई
जानी चाहिए। इसके अलावा, अधिकारियों से कहा कि वन अग्नि बारे व्यापक
जनजागरण अभियान चलाया जाए। वनों को लगाने से अधिक महत्वपूर्ण है इनकी रक्षा
करना। इस दिशा में विभाग एक कारगर योजना तैयार करें।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि नाहन मण्डल ने जिस प्रकार चेक पोस्ट पर
वर्टिकल गार्डन स्थापित किए हैं, वह सराहनीय प्रयास है और इस माॅडल को प्रदेशभर
में लागू किया जाना चाहिए। प्रदेश सरकार इस प्रकार की चेक पोस्टों के आधुनिकीकरण
के लिए कृतसंकल्प है। इसके अतिरिक्त, नाहन वन मण्डल के सीड बाॅल माॅडल
पर वन विभाग द्वारा गहन शोध कार्य करने की आवश्यकता है।
वन मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि आगामी बरसात के दिनों तथा सर्दियों के दौरान
प्रदेशभर में 12000 से अधिक हेक्टेयर भूमि पर सवा करोड़ से अधिक पौधरोपण का
लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने अभी से लक्ष्य को हासिल करने के लिए आवश्यक
तैयारियां करने को कहा। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को, महिला व युवक मण्डलों
तथा स्कूलों को शामिल करके विशेष पौधरोपण अभियान चलाए जाएं। नर्सरियों में
पर्याप्त संख्या में पौधों की उपलब्धता होनी चाहिए।
गोविंद ठाकुर ने पिछले तीन सालों के दौरान किए गए पौधरोपण तथा इनकी
जीवंतता के बारे में भी जानकारी हासिल की। इसके अलावा, नाहन व राजगढ़ वनों
मण्डलों में निर्माण कार्यों तथा ईकोे टूरिज्ूम सोसाईटी के बारे में भी समीक्षा की।
प्रधान मुख्य वन अरण्यपाल भी वीडियो कान्फे्रंसिंग से जुड़े और विभाग की भावी
योजनाओं के बारे में मंत्री को अवगत करवाया।