किताबे इंसान की सबसे अच्छी दोस्त होती है। की वर्तमान में एक उच्च तकनीकी समाज में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और ऑनलाइन उपलब्ध सामग्री के माध्यम से मानव को और भी अधिक कुशल बनाया गया है। शिक्षा और सूचना प्रणाली मैसेज सभी आधुनिकीकरण और उन्नति के बावजूद किताबें समुदाय की उन्नति में अपनी अहम भूमिका निभाती है।शिक्षित और पढ़े-लिखे नागरिक शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ समाज के लिए मानव संसाधन के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। पुस्तकालय ज्ञानशाला बौद्धिक गुणात्मक विकास को सुनिश्चित करता है। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला देश के सबसे पिछड़े जिलों में से एक और नीति आयोग के अनुसार 2018 से एस्पिरेशनल डिस्टिक प्रोग्राम ( ए डीपी)का हिस्सा हैऔर वर्ष 2022 तक देश के सबसे पिछड़े जिलों को विकसित करने का लक्ष्य है ताकि जिले के सामाजिक आर्थिक विकास में योगदान से देश का विकास हो सके। जिला मुख्य रूप से ग्रामीण सुदूर क्षेत्र है जहां पर शिक्षा का स्तर निम्न है और शिक्षा की गुणवत्ता गंभीर चुनौती है। इस कारण क्षेत्र के छात्रों के लिए व्यवसायिक पाठ्यक्रम और नौकरियों के लिए विभिन्न परीक्षाओं में प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल हो जाता है। जिले का पिछड़ापन और दुर्गमता बाहरी लोगों के लिए यहां काम करने के लिए कम आकर्षक बनाती है। सरकारी और निजी क्षेत्र के काफी बड़ी संख्या में खाली रह जाते हैं। इस प्रकार ज्ञान प्राप्त करने की रुचि पढ़ने की आदत विकसित करने एवं अध्ययन के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करने हेतु एसजेवीएन ने सार्वजनिक पुस्तकालयों की स्थापना के लिए के लिए 85 लाख की वित्तीय सहायता प्रदान की हैजिससे हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के साथ उप मंडलों में कुल 22 पुस्तकालय स्थापित किए गए हैं। सार्वजनिक पुस्तकालयों की स्थापना का मुख्य उद्देश्य प्रतियोगी परीक्षाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए पुस्तके उपलब्ध कराना है जिससे दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले छात्र छात्राओं को पढ़ने के लिए उचित स्थान प्रदान करना है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों के लिए उचित स्थान और पर्यावरण की सुविधा का अभाव है इन पुस्तकालयों ने इस जिले में उत्प्रेरक के रूप में काम किया है और परिवर्तनकारी बदलाव लाए हैं। पुस्तकालय की स्थापना प्रशासन एसजेवीएन और जनता का संयुक्त उपक्रम है इसके लिए ग्राम पंचायत भवन सामुदायिक हॉल स्कूल भवन और युवा मंडल भवन आदि के सदस्यों को पुस्तकालयों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। महा फरवरी 2022 में एसजेवीएन के प्रतिनिधि द्वारा निरीक्षण करने पर पाया कि इन पुस्तकालयों के माध्यम से अनेक विद्यार्थी विभिन्न प्रतियोगिताओं की तैयारी कर रहे हैं और कई विद्यार्थियों का पुलिस रेलवे ऑडिट विभाग इत्यादि में चयन हुआ है। आगे भी उम्मीद है कि स्थानीय युवाओं में सर्वांगीण विकास में विशेष योगदान देंगे।
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