अंग्रेजी विभाग, शूलिनी विश्वविद्यालय के बेलेट्रिस्टिक साहित्य समाज ने संघमित्रा दलाल के साथ एक वार्ता का आयोजन किया , जो क्रिएटिव आर्ट्स कॉलेज, यूनिवर्सिटी टेक्नोलोजी मारा, मलेशिया में पढ़ाती है।
चर्चा की जा रही पुस्तक में मुख्य नायक के रूप में आह हॉक नामक एक पात्र है। आह हॉक एक मलेशियाई मछली पकड़ने के गांव में पैदा हुआ एक साधारण, अशिक्षित व्यक्ति है जो एक ऐसे देश में अपना रास्ता बनाने की कोशिश कर रहा है जो हर किसी के लिए धन और सुरक्षा का वादा करता है, लेकिन केवल कुछ चुनिंदा लोगों को ही बचाता है।
वार्ता के बाद एक एनिमेटेड चर्चा हुई जिसमें प्रोफेसर तेजनाथ धर के नेतृत्व में शूलिनी के संकाय सदस्यों ने भाग लिया। सबने सुझाव दिया कि इस पुस्तक में शोध की काफी संभावनाएं हैं और यह अधिक गहन अध्ययन के योग्य है। डॉ दलाल ने सभी प्रश्नों और टिप्पणियों के निपुणता के साथ जवाब दिए और अपनी प्रस्तुति में उठाए गए बिंदुओं को विस्तार से समझाया ।