शूलिनी विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय “आयुर्वेदिक हीलिंग” कार्यशाला आज सफलतापूर्वक समापन हुई । कार्यशाला का आयोजन स्कूल ऑफ एंशिएंट इंडियन विजडम एंड योगिक स्टडीज, शूलिनी विश्वविद्यालय द्वारा किया गया था।
कार्यशाला के विशिष्ट अतिथि डॉ. अजीत तिवारी थे, जो एक नाड़ी वैद्य और पंचकर्म विशेषज्ञ हैं। उन्होंने स्वस्थ जीवन और रोगों के उपचार के लिए आयुर्वेद की बुनियादी अवधारणाओं और व्यावहारिक सत्रों के साथ मर्म चिकित्सा पर अपना व्याख्यान दिया। सभी शिक्षण और गैर-शिक्षण संकायों के लिए विशेष परामर्श सत्र भी आयोजित किए गए। विभिन्न विभागों के कई फैकल्टी सदस्य डॉ. अजीत तिवारी के पास उनकी स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए नाडी परीक्षण के लिए गए।
कार्यशाला के समापन समारोह में, जिसमें शूलिनी विश्वविद्यालय के चांसलर, प्रो. पी.के. खोसला, और डीन फैकल्टी ऑफ लिबरल आर्ट एंड एन्सिएंट इंडियन विजडम, प्रो. मंजू जैदका और प्राचीन भारतीय विजडम एंड योगिक स्टडीज स्कूल के प्रमुख , डॉ. सुबोध सौरभ सिंह शामिल थे । समारोह में विभिन्न विभागों के छात्रों और शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा किए और कार्यशाला की सराहना की। साथ ही डॉ. अजीत तिवारी ने भी शूलिनी विश्वविद्यालय में अपना अनुभव साझा किया।
समारोह का समापन डॉ. रोहित चोबे, सहायक प्रोफेसर और सहायक प्रोफेसर, डॉ माला त्रिपाठी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।