सिल्ब संस्थान में तीन दिवसीय आजादी का अमृत महोत्सव का समापन
सोलन स्थित सिल्ब संस्थान में आजादी की 75वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई गई। तीन दिनों तक चले इस महोत्सव में शपथ ग्रहण समारोह, पेंटिंग, क्रिएटिव आर्ट, नृत्य, लघु नाटिका व गायकी जैसी प्रतियोगिताएं मुख्य आकर्षण का केंद्र रही।
महोत्सव की शुरुआत स्वच्छता प्रहरी दिवस से की गई। संस्थान में मौजूद सभी छात्र-छात्राओं व अध्यापक वर्ग ने हिमाचल को स्वच्छ बनाए रखने में पूर्ण सहयोग की प्रतिज्ञा ली। शपथ में राज्य के पर्यावरण संरक्षण हेतु किसी भी प्रकार का कचरा तथा प्लास्टिक को सही तरीके से एकत्रित कर निर्धारित स्थान पर निष्पादन करना, प्लास्टिक के कचरे को ना जलाना, कचरे को नदी नालों व ढांकों में ना फेंकना, कपड़ों से बने थैलों का प्रयोग करना, प्लास्टिक के कचरे का पुन: चक्रण सुनिश्चित करना आदि बिंदुओं को शामिल किया गया।
महोत्सव का दूसरा दिन विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं पर केंद्रित रहा। जिसका संचालन वर्चुअल माध्यम से किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की वंदना से किया गया। तत्पश्चात स्टोरी नरेशन पेंटिंग, गायकी व नृत्य जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन सभी प्रतियोगिताओं के लिए थीम ” India of my dreams” व ” My Nation My contribution” रखे गए थे। विद्यार्थियों ने सभी प्रतियोगिताओं में पूरी ऊर्जा व उल्लास के साथ भाग लिया। स्टोरी नरेशन में अनूप व विकास संयुक्त रूप से प्रथम तथा योगेश द्वितीय, पेट्रियोटिक सॉन्ग में मुकेश प्रथम,ओलिविया व लक्ष्य द्वितीय, सोलो डांस में दिव्यांशु प्रथम तथा उर्वशी द्वितीय, पेंटिंग कंपटीशन में अमन व नेहा संयुक्त रूप से प्रथम तथा महक मेहरा द्वितीय स्थान पर रहीं।संस्थान की अध्यक्षा श्रीमती सरोज खोसला व निर्देशिका डॉ शालिनी शर्मा ने सभी प्रतिभागियों की जमकर प्रशंसा की तथा भविष्य में भी इसी तरह से सभी प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
तीसरे व अंतिम दिन,15 अगस्त की शुरुआत संस्थान के परिसर में ध्वजारोहण से की गई। कार्यक्रम में कोविड के नियमों का पालन करते हुए सीमित संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। ध्वजारोहण के पश्चात राष्ट्रगान, राष्ट्रीय गीत व अन्य रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। छात्रों द्वारा देशभक्ति पर आधारित गीतों व नृत्यों ने सभी को भावविभोर कर दिया। संस्थान के अध्यापक वर्ग व अन्य स्टाफ ने भी सामूहिक गीत प्रस्तुत किया। अध्यापकों के नन्हे मुन्ने बच्चों ने भी अपनी प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुगध कर दिया।
अंत में संस्थान की अध्यक्षा श्रीमती सरोज खोसला ने छात्रों को सही अर्थ में आजादी का महत्व समझाते हुए कहा कि हमें देश के प्रति अपने कर्तव्यों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए तथा उन वीर सैनिकों व महापुरुषों के प्रति कृतज्ञ होना चाहिए जिनके बलिदानों के कारण आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं।