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शिमला, 04 सितम्बर
हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षा संस्थान नियामक समिति के अध्यक्ष मेजर जनरल अतुल कौशिक ने आज यहां अपने कार्यालय परिसर में बताया कि वर्तमान प्रदेश सरकार उच्चतर शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए प्रतिबद्ध है तथा युवाओं को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के दौर में रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने के लिए उचित कदम उठा रही है।
उन्होंने बताया कि निजी शिक्षा संस्थान नियामक समिति शीघ्र ही विभिन्न अनुश्रवण समितियों का गठन करेगी ताकि निजी शिक्षा को बेहतर बनाया जा सके और निजी उद्योगों में युवाओं को अच्छा वेतन उपलब्ध हो सके।
मेजर जनरल अतुल कौशिक ने बताया कि निजी शिक्षण संस्थानों में फेकल्टी के मापदंड तय किए जाएंगे और हिदायतें न मानने वाले शिक्षण संस्थानों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि निजी संस्थानों मंे शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए पारदर्शिता एवं जवाबदेही पर बल दिया जाएगा, जिससे युवाओं को वैश्विक महामारी के दौर में गुणवत्तापूर्ण आॅनलाईन शिक्षा उपलब्ध हो सके।
उन्होंने बताया कि निजी शिक्षण संस्थानों की कार्यव्यवस्था पर समयबद्ध शिकायत निवारण प्रकोष्ठ का भी गठन किया जाएगा ताकि इन संस्थानों में फीस लेते समय उपेक्षित और निर्धन वर्ग को असुविधा का सामना न करना पड़े।
इस अवसर पर निजी शिक्षण संस्थान समिति के सदस्य प्रो. कमल जीत सिंह, सचिव सुषमा वत्स व अन्य शिक्षाविद भी उपस्थित थे।