Sun. May 5th, 2024

REPOTER TARUN VERMA एचआरटीसी बस का 30 मई को ना करे इंतजार। एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन की धमकी के बाद निगम प्रबंधन ने यूनियन के पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया था। लेकिन ड्राइवर यूनियन के साथ निगम प्रबंधन की वार्ता विफल हो गई है ऐसे में ड्राइवर यूनियन अभी भी अपने फैसले पर अडिग है और 30 मई को प्रदेश में काम छोड़ो आंदोलन का फैसला अभी भी बरकरार है। 30 मई को पूरे प्रदेश में एचआरटीसी की बसें नहीं चलेगी इसके कारण प्रदेश के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ड्राइवर यूनियन और निगम प्रबंधन के बीच हुई बातचीत के दौरान एचआरटीसी के कर्मचारियों को छठा वेतन आयोग देने पर सहमति तो बनी लेकिन अन्य भक्तों की अदायगी पर सहमति नहीं बन पाई। 36 महीनों से एचआरटीसी ड्राइवर कंडक्टर को नाइट ओवर टाइम नहीं मिल पाया है। 36 महीने पुराना नाइट और टाइम प्रदान करें लेकिन बैठक में नहीं तो टाइम को देने पर सहमति नहीं बन पाई। निगम प्रबंधन ने अपना पक्ष रखा की पैसों की कमी के कारण एचआरटीसी अभी कर्मचारियों को 36 महीने पुराना नाइट और टाइम देने में समर्थ नहीं है। एचआरटीसी मुख्यालय में हुई इस वार्ता के बाद ड्राइवर यूनियन ने शिमला में एचआरटीसी प्रबंधन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं उन्होंने जताया कि अगर 29 मई से पहले उनकी मांगों को नहीं माना जाएगा तो फिर 30 मई को बसे ना चलाने का फैसला टाला नहीं जाएगा। एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन के प्रधान मान सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया है कि सरकार व निगम प्रबंधन की ओर से एचआरटीसी के कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है इसलिए एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन ने सरकार व निगम प्रबंधन को अंतिम चेतावनी दे दी है।