जलवायु संतुलन, पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के लिए सामूहिक रूप से आगे आकर वृक्षारोपण करें। शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बैनमोर वार्ड में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम के दौरान यह बात कही।
उन्होंने कहा कि विश्व में औद्योगिकीकरण से पर्यावरण पर विपरित प्रभाव पड़ा है, जिससे प्राकृतिक संचालन में भी व्यवधान् उत्पन्न हुआ। साथ ही साथ पूरी दुनिया में ग्रीन गैसिज़ एमिशन की समस्या भी उत्पन्न हुई है। आज गाड़ियों के अधिक प्रयोग से भी जलवायु में असंतुलन बढ़ गया है।
उन्होंने कहा कि शिमला में हर वर्ष निश्चित समय में बर्फ तथा बारिश होती रहती थी, जो अब पर्यावरण असंतुलन के कारण निश्चित समय पर नहीं होती है। वर्तमान समय में शिमला शहर की आबादी ढ़ाई से तीन लाख हो चुकी है साथ ही पर्यटन की आमद से यहां की जनसंख्या लगभग 5 से 6 लाख हो जाती है। बढ़ती आबादी को सहुलियत प्रदान करने के उद्देश्य से शिमला स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत अनेकों विकासात्मक कार्य किए गए हैं। इन विकासात्मक कार्यों के साथ-साथ यहां पर हरियाली बनाए रखने के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी इस क्षेत्र में पौधा रोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है ताकि इस क्षेत्र में हरियाली बनी रहे।
शहरी विकास मंत्री ने इस दौरान देवदार का पौधा भी रोपित किया।
निवर्तमान स्थानीय पार्षद डाॅ. किमी सूद ने कहा कि इस क्षेत्र में हर वर्ष की भांति सामूहिक पौधारोपण का आयोजन किया गया है। पौधारोपण कार्यक्रम के अंतर्गत ईच वन प्लांट वन के तहत हर व्यक्ति द्वारा एक पौधा रोपित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आज तीसरे चरण के अंतर्गत सेंट बीड्स चौक से ओपन जिम तक लगभग 300 पौधे रोपित किए गए, जिसमें आइरिस, हाइड्रेंजिया, बकसस, प्रीवीट, गुलाब, बोटल ब्रश तथा देवदार के पौधे शामिल है।
कार्यक्रम में निवर्तमान महापौर नगर निगम शिमला सत्या कौंडल, शिमला मण्डल अध्यक्ष राजेश शारदा, गौरव सूद, आशा शर्मा, शुभ महाजन, पदमीनी सूद, जसप्रीत, विजय, पोपली, योगेन्द्र पुंडीर तथा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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