कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार एवं मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल द्वारा 1 मार्च, 2023 को शिमला से जारी प्रेस वक्तव्य
कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार एवं मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल ने पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के उस बयान की कड़ी निंदा की है जिसमें उन्होंने जिला कांगड़ा के साथ भेदभाव का आरोप लगाया है। दोनों नेताओं ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने कांगड़ा को उचित मान-सम्मान देते हुए उपयुक्त प्रतिनिधित्व दिया है और मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का कांगड़ा जिले से गहरा नाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार पूरे प्रदेश का एक समान विकास करवाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिले के विकास में भी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है तथा कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने का ब्लूप्रिंट तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके तहत जिले के पौंग डैम में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ साथ देहरा में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का चिड़ियाघर तथा धर्मशाला के पास नरघोटा में टूरिज्म विलेज विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिले की जनता को विकास चाहिए तथा वर्तमान प्रदेश सरकार ऐसी अनेकों परियोजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए निरन्तर प्रयासरत है।
प्रो. चंद्र कुमार और किशोरी लाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का यह कहना कि कांग्रेस सरकार एक साल भी नहीं चल पायेगी, यह बयान उनकी हताशा को दर्शाता है तथा यह स्पष्ट करता है कि भाजपा अभी तक जनादेश को स्वीकार नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी तथा भाजपा की सरकार को अस्थिर करने की कोशिशें नाकाम साबित होंगी।
उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने अपने अन्तिम छः माह के कार्यकाल में 900 से अधिक संस्थान बिना बजट प्रावधान के खोले और स्तरोन्नत कर दिए थे, जिन्हें चलाने के लिए प्रतिवर्ष 5000 करोड़ रुपये की आवश्यकता होती। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार बजट का प्रावधान करने के उपरान्त ही योजनाओं को लागू कर रही है।
प्रो. चंद्र कुमार एवं किशोरी लाल ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने फिजूलखर्ची की और सरकार के मंत्री सत्ता सुख भोगने तक ही सीमित रहे। तत्कालीन मुख्यमंत्री को प्रदेश की जनता हवा में उड़ने वाले मुख्यमंत्री के रूप में जानती है।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री को परामर्श दिया कि वे राजनीतिक द्वेष भाव को छोड़कर प्रदेश हित में सकारात्मक सोच के साथ अपनी भूमिका का निर्वहन करें।