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आजादी के 73 वर्षों बाद भी लोक निर्माण विभाग लारजी सैंज संपर्क मार्ग के
डेंजर जान पर नहीं लगा पाया पैरापट
मौत को दावत दे रहा है लारजी सैंज संपर्क मार्ग
– लोक निर्माण विभाग ने घाटी के लोगों की सुरक्षा छोड़ रखी है राम भरोसे
झाबे राम ठाकुर, सैंज
15 जुलाई 2020 आजादी के 73 वर्ष बीत
जाने के बावजूद भी लोक निर्माण विभाग लारजी सैंज संपर्क मार्ग के डेंजर जोन
पर पैरापट नहीं लगा पाया है भले ही एनएचपीसी ने उक्त मार्ग की मरम्मत के लिए
लोक निर्माण विभाग को करोड़ों रुपए दिए हो लेकिन मार्ग के डेंजर जोन पर
सुरक्षा हेतु आज तक कोई इंतजाम विभाग के द्वारा नहीं किए गए हैं हालांकि की
सड़कें आम आदमी को एक दूसरे से जोड़ने में अहम भूमिका निभाती है लेकिन मानना
होगा कि लारजी सैज संपर्क मार्ग अपनी बदहाली पर आंसू वहा रहा है। पिछले 15
वर्षों से उक्त मार्ग कई जिंदगियों को लील चुका है किंतु लोक निर्माण विभाग
फिर भी कुंभकर्ण की निद्रा में है। लारजी -सैज संपर्क मार्ग को लेकर घाटी की
तमाम पंचायतों ने कई बार लोक निर्माण विभाग प्रदेश सरकार व राजनेताओं के समक्ष
अपनी सुरक्षा को लेकर कई बार गुहार लगाई है लेकिन विभाग के कान पर जू तक नहीं
रेंगी है। लिहाजा आज भी लारजी- सैज संपर्क मार्ग मौत को दावत दे रहा है। लारजी
से सैज तक 14 किलोमीटर के दायरे में नाम मात्र ही पैरापट और रेलिंग स्थापित
की है बाकी बची सड़क में ना तो रेलिंग है ना पैरापट लगाए हैं। आलम यह है कि
सड़क पर हर वक्त दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है कुछ वर्ष पूर्व एनएचपीसी ने
सड़क को चकाचक रखने व विस्तारीकरण के लिए करोड़ रुपए विभाग को जमा किए थे
लेकिन फिर भी सड़क की हालत नहीं सुधरी है घाटी के पंचायत प्रतिनिधियों ने
विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर दी है। गौरतलब है कि विभाग की
लापरवाही के चलते उक्त मार्ग अभी तक 2 दर्जन से अधिक जिंदगियां को लील चुका
है लेकिन विभाग के पास सुरक्षा के प्रति कोई भी प्रपोजल नहीं है। लारजी सैज
संपर्क मार्ग पर आम देखा जा रहा है कि वाहन चालक असुरक्षित मौहाल में गाड़ी
चलाने को मजबूर है। हालांकि लोक निर्माण विभाग ने सड़क पर चेतावनी बोर्ड लगाकर
वाहन चालकों को जागरूक करने का प्रयास किया है परंतु एक अदद पैरापट लगाने के
लिए हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है जिस कारण पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों को
लोक निर्माण विभाग की कथनी व करनी में फर्क नजर आ रहा है। उल्लेखनीय है कि
अतीत पर नजर दौड़ाई जाए तो तलाडा के पास पैरापट होने के कारण एक निजी बस खाई
में जा गिरी थी जिस में 13 सवारिया मौके पर ही दम तोड़ गई थी इसके अतिरिक्त
छनीनाला धाऊगी मोड भोपू धार तरेढा व सपागणी आदि स्थानों को ब्लैक स्पॉट घोषित
किया है लेकिन विभाग अभी तक उक्त स्थानों पर वाहन सुरक्षा हेतु एक पैरापट तक
नहीं स्थापित कर पाया है। लारजी पंचायत की प्रधान कांता देवी तलाडा पंचायत के
प्रधान सुनीता देवी व तलाडा पंचायत के उपप्रधान बालकृष्ण शर्मा ने प्रदेश
सरकार से मांग की है कि उक्त सड़क की सुरक्षा हेतु लोक निर्माण विभाग को दिशा
निर्देश जारी करें ताकि भविष्य में कोई घटना उक्त मार्ग पर ना घटे बहरहाल
लारजी सैंज संपर्क मार्ग मौत को दावत दे रहा है वही लोक निर्माण विभाग बरसों
बीत जाने के बावजूद भी पैरापट लगाने में नाकाम साबित हुआ है और हादसे होने का
इंतजार कर रहा है