राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक सप्ताह तक आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की श्रृखंला में सोलन जिला के छात्र-छात्राओं ने महात्मा गांधी के जीवन चरित्र पर निबन्ध लेखन किया। यह जानकारी उपनिदेशक उच्च शिक्षा योगेंद्र मखैक ने आज यहां दी।
योगेंद्र मखैक ने कहा कि जिला के 84 विद्यालयों के 1819 छात्र-छात्राओं ने महात्मा गांधी के जीवन चरित्र, उनकी शिक्षाओं, स्वतन्त्रता संग्राम में उनके द्वारा देश के आमजन को साथ लेकर किए गए आन्दोलन और अंहिसा के मार्ग के सम्बन्ध में भूमिका पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि कि इन सब गतिविधियांे का उद्देश्य युवा पीढ़ी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के व्यक्तित्व से परिचित करवाना है ताकि देश के लिए उनके योगदान को युवा पीढ़ी सदैव स्मरण रख सके और उनकी शिक्षाओं का अनुसरण कर सके।
विद्यार्थियों ने अपने निबन्ध लेखन के माध्यम से अगवत करवाया कि कि स्वराज पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचार स्पष्ट एवं अनुकरणीय थे।
बच्चों ने निबन्ध के माध्यम से अवगत करवाया कि महात्मा गांधी भारतीय शिक्षा सरकार के नहीं अपितु समाज के अधीन है। इसलिए महात्मा गाधी भारतीय शिक्षा को ‘द ब्यूटिफुल ट्री’ कहा करते थे। महात्मा गांधी का मूल मंत्र ‘शोषण विहिन समाज की स्थापना’ करना था।
उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में 29 सितम्बर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों पर नारा लेखन तथा पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता करवाई जाएगी।