सोलन, 20 नवंबर
शूलिनी विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग के साहित्यिक समाज के बैलेट्रिसटिक ने लोयोला विश्वविद्यालय, शिकागो की लेखिका सुश्री श्वेता सिंह के साथ ‘मीट द राइटर ’सत्र का आयोजन किया। डॉ। सिंह ने उनके काम, जुनून और महिलावाद पर उनके विचारों के बारे में बात की। शिकागो स्थित, डॉ। सिंह एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। उनका रचनात्मक लेखन भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण एशियाई महिलाओं को महिलावाद पर चर्चा के लिए एक संदर्भ बिंदु प्रदान करता है । वह अपनी कहानियों और उपन्यास के माध्यम से महिलाओं के स्वभाव और हंसमुख भावना का प्रदर्शन करने का प्रयास करती है। सुश्री सिंह ने अंग्रेजी में एक नाटक और एक उपन्यास प्रकाशित किया है, योग ध्यान और लक्ष्य निर्धारण के लिए भी एक किताब लिखी है। उन्होंने हिंदी में कविताओं का एक संग्रह भी प्रकाशित किया है। उनकी नई पुस्तक “रेड चिली अचार एंड मूनलाइट टेरास: द मेकिंग ऑफ इंडियन वुमनहुड” है।
सत्र की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला के प्रोफेसर मीनाक्षी पॉल ने की, जिन्होंने स्पीकर की प्रस्तुति पर बहुमूल्य जानकारी दी। हिमाचल के जाने-माने शिक्षाविद डॉ। प्रवीण कुमार ने भी वक्ता के साथ वार्ता की और उनके काम एवं विचारधारा पर सवाल पूछे।
शूलिनी विश्वविद्यालय अंग्रेजी विभाग द्वारा हर शुक्रवार को आयोजित होने वाले बैलेट्रीसटिक सत्र जिसमें संकाय सदस्य पूर्णिमा बाली, नीरज पिज़ार और साक्षी सुंदरम बैलेट्रिसटिक सत्र में सक्रिय भूमिका निभाते हैं और साहित्य की मदद से लोगों को एक साथ लाने का अथक प्रयास करते हैं।
विभागाध्यक्ष, प्रोफ़ेसर मंजू जैदका, जो एक अंतर्राष्ट्रीय प्रोफ़ाइल वाली जानी-मानी शिक्षाविद हैं, उन्हीं के मार्गदर्शन में विभाग साहित्यिक सत्र आयोजित करता रहा है और यह सभी कार्यक्रम लाइव स्ट्रीम होते हैं और उनकी व्यापक पहुंच है।