जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक आज उपायुक्त किन्नौर हेमराज बैरवा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में जिला जल एवं स्वच्छता अभियान को लेकर चर्चा की गई।
उपायुक्त ने जल शक्ति मण्डल रिकांग पिओ के अधिशाषी अभियन्ता एवं सदस्य सचिव को निर्देश दिए कि जिले में जल एवं स्वच्छता अभियान के प्रभावी कार्यन्यवन के लिए 31 दिसम्बर, 2020 तक सहायक ऐजेन्सी का चयन किया जाए ताकि जिले के विभिन्न गांव के लोगों को स्वच्छता एवं जल संरक्षण के बारे में जागरूक किया जा सके।
उपायुक्त ने बताया कि 100 दिवसीय अभियान के तहत जिले के सभी स्कूलों, आंगनवाड़ी केन्द्रों तथा आश्रम को स्वच्छ पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा गया है जिसके तहत अब तक 99.70 प्रतिशित स्कूलों तथा 96.68 प्रतिशत आंगनवाड़ियों को पेयजल सुविधा उपलब्ध करवा दी गई है। उन्होंने विभाग को निर्देश दिए की शेष बचे स्कूलों व आंगनवाड़ी केन्द्रों में भी शीघ्र पेयजल सुविधा सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने विभाग को जिला स्तरीय जल परीक्षण प्रयोगशाल रिकांग पिओ का उन्न्यन कर एनएबीएल से 30 मार्च, 2021 तक मान्यता प्राप्त की जाए ताकि अधिक से अधिक मापदण्डों पर जल प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध हो सके।
अधिशाषी अभियन्ता एवं जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के सदस्य सचिव संजय कौशल ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। उन्होंने बैठक में बताया कि जिला किन्नौर में जल जीवन मिशन के तहत हर घर को नल के माध्यम से पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने का कार्य प्रगति पर है, पूह मण्डल में सभी घरों को पेयजल सुविधाएं उपलब्घ करवा दी गई हैं, जबकि कल्पा व निचार मण्डल में पेयजल सुविधाएं उपलब्ध करवाइ जा रही हैं तथा जिले में अब केवल 2252 घर ही ऐसे हैं, जहां पेयजल सुविधा उपलब्ध नहीं है।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सोनम नेगी सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।