शूलिनी विश्वविद्यालय के योग विद्यालय ने सोमवार से संस्कृत भाषा पर 10 दिवसीय कार्यशाला शुरू की है।
उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता और मुख्य अतिथि डॉ. जय प्रकाश गौतम, क्षेत्र संगठन मंत्री, संस्कृत भारती थे।
कार्यशाला की शुरुआत सहायक प्रोफेसर सुश्री दीपशिखा ठाकुर और सुश्री भावना द्वारा मंत्र जाप से की गई।शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. पी.के. खोसला ने सभी उपस्थित लोगों का स्वागत किया। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में संस्कृत भाषा के महत्व को भी समझाया।
शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अतुल खोसला ने भी संस्कृत के महत्व को संबोधित कियाऔर सभी प्रतिभागियों को संस्कृत सीखने के लिए प्रोत्साहित किया।
डॉ गौतम ने संस्कृत भाषा के महत्व पर अपने व्याख्यान में कहा कि संस्कृत सभी भाषाओं की जननीहै। उन्होंने कहा कि ऐसे गांव हैं जहां आज भी संस्कृत भाषा बोली जाती है।
विषय विशेषज्ञ ललित सती ने सभी ऑफलाइन और ऑनलाइन प्रतिभागियों के लिए अपना व्याख्यान दिया।
कार्यशाला का समापन डॉ सुबोध सौरभ सिंह, एचओएस, योग विद्यालय के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। कार्यशाला का समन्वय सहायक प्रोफेसर डॉ माला त्रिपाठ, डॉ पवन कुमार द्वारा किया गया था।