कुल्लू 29 नवम्बर। पर्यटन की दृष्टि से कुल्लू मनाली विश्व मानचित्र पर है और इससे देश दुनिया का सर्वाधिक पसंदीदा गंतव्य बनाने के लिए राज्य सरकार ढांचागत सुविधाओं का तेजी के साथ निर्माण कर रही है। यह बात शिक्षा कला भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने आज मनाली विधानसभा के बड़ा गढ़ में ज़ी न्यूज पंजाब हरियाणा हिमाचल द्वारा आयोजित पर्यटन पर कांक्लेव में कहीं। उन्होंने कहा कि मनाली में देश दुनिया से हर साल लाखों की संख्या में सैलानी आते हैं। मनाली में अनेक खूबसूरत पर्यटन गंतव्य के साथ साहसिक खेलों की अपार संभावना है।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि मनाली में अटल बिहारी वाजपेई पर्वतारोहण संस्थान मैं विश्व स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है और यहां से अनेक खिलाड़ी राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। यहां से प्रशिक्षित खिलाड़ी ओलंपिक के लिए तैयारी कर रहे हैं और आने वाले समय में निश्चित तौर पर विश्व पटल पर इनका दबदबा कायम होगा। उन्होंने कहा कि यहां रिवर राफ्टिंग पैराग्लाइडिंग, स्कीं में सैकड़ों युवाओं को रोजगार मिला है और इन क्षेत्रों को और अधिक विकसित करने पर बल दिया जा रहा है।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि सभी पर्यटन गंतव्य के लिए अच्छी सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। मूलभूत सुविधाओं का सृजन तेजी के साथ किया जा रहा है। बेशक मनाली की आबादी कम है लेकिन यहां पर 5000 से अधिक गाड़ियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है, हालांकि अत्यधिक सैलानियों की आमद के कारण पार्किंग की समस्या तथा कुछ अन्य समस्याओं का होना स्वाभाविक है, लेकिन हमारा प्रयास रहता है कि सैलानियों को मनाली आने के बाद एक अच्छा अनुभव प्राप्त हो और वह संतुष्ट होकर यहां से लौटे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि मनाली शहर तथा आसपास की 15 पंचायतों के लिए 390 करोड रुपए की एक महत्वकांक्षी मल निकासी योजना तैयार की गई है और इसका प्रक्रिया विभिन्न स्तरों पर पूरी कर ली गई है अगले दो माह में परियोजना का कार्य आरंभ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश छोटा पर्वतीय राज्य है जहां अधिकांश भूमि वन भूमि है । विकास के कार्यों को गति देने के साथ.साथ यहां के पर्यावरण को बचाना भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हर साल प्रदेश में एक से डेढ़ करोड़ तक पौधरोपण किया जा रहा है और यह खुशी की बात है कि प्रदेश का वन आवरण पिछले 3 सालों में काफी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि कुल्लू से मनाली के लिए फोरलेन सड़क का निर्माण रिकॉर्ड समय में किया गया जिससे सैलानियों को बड़ी सुविधा मिली और इसके अलावा बाम तक की सड़क को टू-लेन करने के लिए कुछ महीने पहहले केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की है और आने वाले समय में बाम तक सड़क मार्ग भी यातायात के लिए उच्च श्रेणी का साधन विकल्प के तौर पर बनेगा।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण देश दुनिया की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है इससे हमारा देश और प्रदेश भी अछूता नहीं रहा। पर्यटन क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हुआ है लेकिन अब कोरोना महामारी का खतरा कम होने के कारण पर्यटन क्षेत्र पुनः गति पकड़ रहा है और उम्मीद की जाती है की आने वाले समय में यह क्षेत्र पूर्व की भांति विकसित होगा।
ज़ी न्यूज़ के एक प्रश्न के जवाब में गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि रोजगार को लेकर हिमाचल प्रदेश से बाहरी राज्यों , देशों के लिए पलायन दूसरे राज्यों की अपेक्षा काफी कम हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और युवाओं को रोजगार प्राप्त करने वाला नहीं बल्कि रोजगार प्रदाता बनें इस तौर पर प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश से सेना में हजारों की संख्या में हर साल युवा जाते हैं और कारगिल की लड़ाई में कुल 4 परमवीर चक्र में से दो हिमाचल के वीर जवानों को मिले थे । कांक्लेव में शिक्षा मंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की बात भी की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति युवाओं को रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करने वाली है।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि वैक्सीन की पहली डोज के शत.प्रतिशत लक्ष्य को हासिल करने वाला हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य बना और अब दूसरी दोस्त के लक्ष्य को भी देश में सबसे पहले हासिल करने का श्रेय हिमाचल प्रदेश को प्राप्त होने वाला है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दोनों डोज के उपरांत व्यक्ति अपने आप को संक्रमण से सुरक्षित महसूस करता है और इससे प्रदेश में पर्यटक भी उत्साहित होता है।
दुनिया दुनिया का सबसे खूबसूरत पर्यटन गंतव्य विकसित करेंगे लाहौल स्पीति को डॉ रामलाल मारकंडा
लाहौल स्पीति जिला को प्रकृति ने नैसर्गिक सौंदर्य से नवाजा है और जिला को दुनिया का सर्वाधिक पसंदीदा गंतव्य के रूप में विकसित किया जाएगा। यह बात तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा ने आज मनाली के बड़ा गढ़ में जी न्यूज़ हिमाचल पंजाब हरियाणा द्वारा आयोजित कांक्लेव के दौरान एक प्रश्न के उत्तर में कहीं। उन्होंने कहा कि लाहौल स्थिति में भी कुल्लू जिला की तर्ज पर रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग व अन्य साहसिक खेलों को विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अटल टनल बनने के उपरांत लाहौल घाटी पहले ही सैलानियों का पसंदीदा गंतव्य स्थल बन चुकी है। सैलानियों के लिए यहां अधोसंरचना का तेजी के साथ विकास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले एक साल के दौरान जिला में 390 होम स्टे का पंजीकरण किया गया है अनेकों नए होटलों का निर्माण घाटी में किया जा रहा है ताकि सैलानी यहां रुके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने गत 5 मार्च को सहासी खेलों को कानूनी वैधता प्रदान की है और इससे साथी खेलों के क्षेत्र को निश्चित तौर पर बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा।
एक प्रश्न के उत्तर में डॉक्टर मारकंडा ने कहा कि प्रदेश के जनजातीय जिलों में कोई भी बाहरी व्यक्ति जमीन नहीं खरीद सकता। उन्होंने कहा जिला में लगने वाली परियोजनाएं पूरी तरह से इको फ्रेंडली हों, इस बात पर विशेष ध्यान दिया गया है। घाटी की इकोलॉजी और पर्यावरण को किसी भी प्रकार का खतरा न हो, इसके लिए प्रदेश सरकार संवेदनशील है। डॉ मार्कंडेय ने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के अंतर्गत एक करोड रुपए तक का ऋण दिया जाता है और 25 से 30 फ़ीसदी तक अनुदान ₹700000 तक के ऋण पर दिया जा रहा है। इस योजना से पर्यटन के क्षेत्र में सैंकड़ों युवा लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इसी प्रकार स्टार्ट- अप योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई जी ने हिमाचल प्रदेश के लिए औद्योगिक पैकेज तथा पर्यटन क्षेत्र में पैकेज प्रदान किया था।
मारकंडा ने कहा कि लाहौल स्पीति जिला में कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिओ के 104 टावर स्थापित किए जा रहे हैं जिससे हर गांव इंटरनेट से जुड़ेगा। उन्होंने कहा कि सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाया जा रहा है और इसके अलावा सैलानियों के लिए अनेक मूलभूत सुविधाओं का भी सृजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ सालों में लाहौल स्पीति जिला हजारों नहीं बल्कि लाखों सैलानियों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगा।