मंडी, 7 जून । हिमाचल के 7 राजकीय आईटीआई में सत्र 2022-23 से सीआईटीएस (क्राफ्ट इंस्ट्रक्टर ट्रेनिंग स्कीम) पाठयक्रम आरंभ किए जा रहे हैं । यह जानकारी निदेशक, तकनीकी शिक्षा विभाग, विवेक चंदेल ने दी । उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में केवल सरकारी क्षेत्र में शिमला में महिलाओं के लिए एक एनएसटीआई तथा निजी क्षेत्र में प्रागपुर में इलेक्ट्रीशियन के लिए एक सीआईटीएस संस्थान हैं । अब 7 राजकीय आईटीआई में प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण संस्थान (आईटीओटी) खोलने को मंजूरी मिल गई है। केंद्रीय प्रशिक्षण महानिदेशालय से मिली इस पर मंजूरी पर तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ राम लाल मारकंडे और तकनीकी शिक्षा सचिव अमिताभ अवस्थी ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
विवेक चंदेल ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के युवाओं को घरद्वार के समीप के संस्थानों में प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करने के लिए राज्य की मौजूदा आईटीआई में प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण संस्थान खोलने को लेकर केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय, प्रशिक्षण महानिदेशालय को प्रस्ताव भेजा था, जिसके परिणामस्वरूप राज्य के 7 सरकारी आईटीआई में आईटीओटी शुरू करने की अनुमति प्राप्त हो गयी है । उन्होंने बताया कि इन व्यवसायों को सत्र 2022-23 में सीआईटीएस में प्रवेश विवरण पुस्तिका में शामिल किया गया है । जिसमें राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शाहपुर में ड्राफ्ट्समैन सिविल, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पपलोग में मैकेनिक मोटर व्हीकल, राजकीय मॉडल औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान नालागढ़ में टर्नर, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान मंडी में इलेक्ट्रीशियन, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, शमशी में फिटर, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान डाडासिबा में वेल्डर तथा राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बिलासपुर में कम्प्यूटर सॉफ्टेयर असिस्टेंट की 25-25 सीटें सम्मिलित हैं ।
उन्होंने बताया कि कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, प्रशिक्षण महानिदेशालय ने आईटीआई में सभी ट्रेड इंस्ट्रक्टर और मैथ एंड ड्राइंग इंस्ट्रक्टर आदि की नियुक्ति के लिए क्राफ्ट इंस्ट्रक्टर ट्रेनिंग स्कीम में पद योग्यता हासिल करना अनिवार्य कर दिया है ।
विवेक चंदेल ने बताया कि सीआईटीएस पाठयक्रम राजकीय और निजी स्कूलों में पीजीटी/टीजीटी की नियुक्ति के लिए शिक्षा विभाग में बीएड की तर्ज पर है । शिल्प प्रशिक्षक प्रशिक्षण योजना में, प्रशिक्षण कार्यक्रम की संरचना इस तरह से डिजाईन की गयी है कि प्रशिक्षक प्रशिक्षुओं को कौशल और प्रशिक्षण पद्वति दोनों में व्यापक प्रशिक्षण प्रदान किया जाए ताकि वे उद्योगों हेतु कुशल जनशक्ति को प्रशिक्षित करने के लिए व्यावहारिक कौशल को स्थानांतरित करने की तकनीकों से परिचित हो सकें। उन्होंने बताया कि शिल्प प्रशिक्षक प्रशिक्षण योजना कार्यक्रम के तहत पात्र उम्मीदवार वे हैं, जिनके पास राष्ट्रीय व्यावासायिक प्रमाण पत्र/राष्ट्रीय शिक्षुता प्रमाण पत्र/डिप्लोमा/डिग्री योग्यता है ।
तकनीकी शिक्षा निदेशक ने बताया कि डीजीटी केंद्रीकृत परामर्श के माध्यम से शिल्प प्रशिक्षक प्रशिक्षण में प्रवेश के लिए अखिल भारतीय सामान्य प्रवेश परीक्षा आयोजित कर रहा है । अखिल भारतीय सामान्य प्रवेश परीक्षा में भाग लेने के इच्छुक उम्मीदवार अपने आवेदन ऑनलाईन माध्यम वैबसाइट एनआईएमआईओएनएलआईएनईएडीमिशन डॉट आईएन से भर सकते हैं । ऑनलाईन आवेदन की प्रक्रिया 6 जून से आरंभ होकर 25 जून तक जारी रहेगी ।