स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुर्वेद मन्त्री डाॅ. राजीव सैजल ने आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय हिमाचल मानसिक रोग एवं पुनर्वास अस्पताल बालूगंज का दौरा किया तथा मरीजों से बातचीत कर उनका हाल-चाल जाना व मिठाई भी वितरित की।
इस असवर पर उन्होंने कहा कि विश्व मानसिक दिवस का मूल उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में संवाद कायम कर जागरूकता पैदा करना है ताकि प्रत्येक व्यक्ति को अन्य बीमारियों के साथ-साथ मानसिक बीमारी की जानकारी प्रदान की जा सके और व्यक्ति इससे बचाव के लिए सजग रहे। उन्होंने कहा कि शारीरिक स्वास्थ्य में मानसिक स्वास्थ्य अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि व्यक्ति अपनी कार्यक्षमता एवं समायोजन में तेजी ला सके।
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी प्राप्त की कि वर्तमान में अस्पताल मंे 51 लोग उपचाराधीन है, जिनमंे 27 पुरूष व 12 महिलायें है तथा अधिकतर बाहरी राज्यों से ही है।
वरिष्ठ चिकित्सा अधिक्षक डाॅ. संजय पाठक ने अस्पताल मंे रिक्त चल रहे दो मनोचिकित्सक, एक फार्मासिस्ट तथा दो स्टाफ नर्स के पदों को भरने तथा अस्पताल को 62 बिस्तर से 100 बिस्तर का अस्पताल बनाकर स्तरोन्नत करने के लिये मांग की ताकि अधिक से अधिक मानसिक रोगियों को सुविधा मिल सके।
स्वास्थ्य मन्त्री ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग को इसका प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश दिए ताकि इस पर आगामी कार्यवाही कर अस्पताल को स्तरोन्नत कर 100 बिस्तर का किया जा सके।
उन्होंने कहा कि मनोरोगी के ऐसे लक्षणों जैसे नीन्द न आना, भूख न लगना, आवाजें सुनाई देना इत्यादि के समय में मनोचिकित्सक या मनोविज्ञानिक को दिखाना चाहिये न कि झाड़फूंक या ओझाओं को। इसके साथ ही उन्होंने अस्पताल में रिक्त चल रहे विभिन्न पदों को जल्दी ही भरने का आश्वासन भी दिया।
इस अवसर पर डाॅ. जय चन्द नेगी, डाॅ. अभिषेक, डाॅ. हितेश, डाॅ. पुनीत, डाॅ. हितु अग्रवाल सहित सभी अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।