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सोलन, 3 अक्टूबर
अंग्रेजी विभाग, शूलिनी विश्वविद्यालय की साहित्यिक संस्था बेलेट्रिस्टिक ने सआदत हसन मंटो पर एक आभासी बातचीत का आयोजन किया, जिसकी शुरुआत आमंत्रित वक्ता प्रोफेसर अनिल कुमार प्रसाद ने की।
चर्चा पैनल में संकाय सदस्य, मंजू जैदका, अंग्रेजी विभाग की एचओडी, शूलिनी विश्वविद्यालय, तेज नाथ धर, पूर्णिमा बाली, नीरज पिजार, साक्षी सुंदरम, राजेश विलियम्स, नवरीत शाही, हेमंत शर्मा और सम्राट शर्मा शामिल थे।
प्रो. अनिल कुमार प्रसाद, ने चर्चा शुरू की जो पहले अंग्रेजी आईबीबी विश्वविद्यालय, यमन, प्रिंस सट्टम बिन अब्दुलअज़ीज़ विश्वविद्यालय, केएसए, और अंग्रेजी विभाग, कला और विज्ञान कॉलेज, ज़्लिटान अल मर्जेब विश्वविद्यालय, एआई- ख़ुम, लीबिया में पढ़ाते थे।उन्होंने एक लेखक और नाटककार मंटो से जुड़ी कहानियों का जिक्र करते हुए सत्र की शुरुआत की, जिनके काम के संग्रह में 22 लघु कथाएँ, एक उपन्यास, रेडियो नाटकों की पाँच श्रृंखलाएँ, निबंधों के तीन संग्रह और व्यक्तिगत रेखाचित्रों के दो संग्रह शामिल हैं।

चर्चा में भाग लेने वालों में सऊदी अरब के डॉ अब्दु रहमान थे जिन्होंने प्रस्तुति पर विस्तार से टिप्पणी की।