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शिमला, 22 सितम्बर
केन्द्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं से संबंधित कोई भी मामला बैंकों में लंबित न रहे सभी बैंक यह आवश्यक सुनिश्चित करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को इन योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा सके। उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने आज बैंकों की ऋण जमा अनुपात उप समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों को यह आदेश दिए।
उपायुक्त ने कहा कि बैंकों में केन्द्र व प्रदेश सरकार की विभिनन योजनाओं के लंबित मामलों का 30 दिन के भीतर निपटारा किया जाना सुनिश्चित करें। इस संबंध में जल्द ही समीक्षा एवं निगरानी बैठक आयोजित की जाएगी।
उन्होंने कोविड काल के दौरान देश के विभिन्न क्षेत्रों से अपना कामकाज छोड़कर प्रदेश में लौटे स्थानीय लोगों से बैंक व्यक्तिगत तौर पर सम्पर्क स्थापित कर उन्हें प्रदेश में अपने कार्यों को पुर्नस्थापित करने के लिए ऋण सुविधा प्रदान करने को कहा। बैंकों से जिला प्रशासन द्वारा इस संबंध में तैयार की गई सूची प्राप्त कर कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि जिला के विभिन्न कौशल विकास केन्द्रों में जाकर बैंक अधिकारी व कर्मचारी वहां कार्यरत प्रशिक्षुओं को स्व रोजगार स्थापित करने के लिए ऋण सुविधा के संबंध में जानकारी प्रदान कर स्वावलंबी बनने के लिए पे्ररित करें।
उन्होंने कहा कि सभी बैंक प्रदेश व जिला की आवश्यकता अनुरूप ऋण ढांचा तैयार करें ताकि लोगों को अधिक से अधिक सुविधा प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में होने वाली ग्राम सभाओं तथा अन्य स्थानीय आयोजनों में विभिन्न बैंकों से संबंधित अधिकारी व कर्मचारी लोगों को केन्द्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं के तहत दिए जा रहे लाभों व अन्य ऋण योजनाओं के संबंध में जानकारी प्रदान करना भी सुनिश्चित करें।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने बैंकों की ऋण अनुपात की स्थिति को अनुकूल न बताते हुए सभी बैंकों से समन्वय स्थापित कर इसे और अधिक बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने ऋण जमा अनुपात बढ़ाने के लिए विभागों और बैंकों के बीच बेहतर ताल-मेल पर जोर दिया, जिसके लिए कार्ययोजना तैयार करना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी बैंक पशुपालन व फल प्रसंस्करण के क्षेत्र में अधिक से अधिक लोगों को ऋण सुविधा प्रदान करें ताकि ऋण अनुपात में बढ़ौतरी की जा सके।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त अपूर्व देवगन, अतिरिक्त महा प्रबंधक आरबीआई अवनिश्वर सिंह, जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड राजेश डोगरा, महा प्रबंधक डीआईसी योगेश गुप्ता, अग्रणी जिला प्रबंधक अशोक कुमार सिंह तथा अन्य बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे।