01 सितम्बर, 2021
उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक की अध्यक्षता में आज यहां सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग (महिला एवं बाल विकास) द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत मातृ वंदना सप्ताह का शुभारंभ व समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में 01 सितम्बर, 2021 से 7 सितम्बर, 2021 तक मनाए जाने वाले प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह के दौरान विभाग द्वारा किए जाने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा की गई। उपायुक्त ने सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत सभी पात्र महिलाओं को योजना का लाभ प्रदान करने के लिए और अधिक परिश्रम करें ताकि कोई भी पात्र महिला योजना के लाभ से वंचित न रह सके।
उन्होंने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य मजदूरी की क्षति के बदले में नकद राशि को प्रोत्साहन के रूप में आंशिक क्षतिपूर्ति प्रदान करना है ताकि महिलाएं पहले जीवित बच्चे के जन्म से पहले व बाद में पर्याप्त विश्राम कर सकें। उन्होंने कहा कि ऐसी गर्भवती महिलाएं एवं स्तनपान करने वाली माताओं जो केंद्र या राज्य सरकार या सार्वजनिक उपक्रमों में नियमित रोजगार में है को छोड़कर ऐसी गर्भवती महिलाएं व स्तनपान करवाने वाली माताएं जो पहली बार मां बनी है या बनने जा रही है, योजना का लाभ प्राप्त कर सकती है।
योजना के तहत पात्र गर्भवती महिलाएं व स्तनपान करवाने वाली माताओं को तीन किश्तों में 5 हजार रूपये की राशि प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि किन्नौर जिला में वर्ष 2017 से वर्ष 2021 तक 1500 पात्र महिलाओं के बैंक खाते में 64 लाख 69 हजार रुपये की राशि डाली जा चुकी है।
बैठक में बताया गया कि मातृ वंदना सप्ताह के दौरान अलग-अलग दिन विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि योजना के बारे में अधिक से अधिक पात्र महिलाओं को जागरूक किया जा सके। इस कार्य में पंचायती राज संस्थाओं व अन्य समाज सेवी संस्थाओं की भी सहायता ली जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में 235 आंगनवाड़ी केंद्र कार्यरत है।
उन्होंने बताया कि इसी माह 1 सितम्बर से 30 सितम्बर, 2021 तक पोषण माह भी मनाया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं व बच्चों को पौष्टिक आहार के बारे में भी जागरूक किया जाएगा। विभाग द्वारा इस दौरान नारा-लेखन, प्रश्नोत्तरी आदि कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से शिशुओं, गर्भवती व धात्री माताओं की स्वास्थ्य जांच भी की जाएगी और यदि इनमें कोई कुपोषित पाए जाते हैं तो उन्हे अलग से पूरक पोषाहार आदि भी उपलब्ध करवाया जाएगा।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य जांच करने के निर्देश दिए तथा कहा कि यदि ऐसे बच्चों को अतिरिक्त पौष्टिक आहार की आवश्यकता है तो वह भी उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे ताकि जिले में कोई भी बच्चा कुपोषित न रहे।
इससे पूर्व उपायुक्त ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, महिला मण्डल, पर्यावेक्षक व पंचायती जन प्रतिनिधियों की रैली को हरी झंडी दिखाकर रामलीला मैदान से रवाना किया। इस दौरान रामलीला मैदान में धात्री व गर्भवती महिलाओं को जागरूक करने के लिए एक हस्ताक्षर अभियान का भी उपायुक्त ने हस्ताक्षर कर शुभारंभ किया।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी देव भक्त नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सोनम नेगी, लीड बैंक प्रबंधक केवल कृष्ण कलसी व बाल विकास परियोजना अधिकारी हरीश कुमार शर्मा व विभिन्न विभागों के अधिकारियों सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
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