Sun. May 5th, 2024
नशा बन रहा नासूर REPOTER  TARUN VERNA
दिन में तीन बार चिट्टे का इंजेक्शन लगाता था 18 साल का युवक 7 दिन में हो गई मौत।
14 साल की उम्र में नशे की लत लगी थी पहले सिल्वर पन्नी से नाक के जरिए करता था नशा
जानकारी के अनुसार डबवाली में चौटाला रोड पर लघु सचिवालय के सामने स्थित इंदिरा नगर और सुंदर नगर इन दोनों इलाकों में बीते अप्रैल माह में नशे के कारण कई युवाओं की मौत हो गई। मृतकों के परिजन खुद नशे की काली कहानी बयां कर रहे हैं।
हां पुलिस प्रशासन इस मामले में जागरूक है आए दिन बहुत से युवा पकड़े जा रहे हैं। कुछ ऐसी हरकतें हैं जिनकी खबर पुलिस प्रशासन को भी नहीं है।
एक ऐसी ही परिजन से एक दिल दहलाने वाली कहानी सामने आई है ऐसे ही एक लड़के के परिजनों ने बताया है कि हमारा बच्चा दिन में तीन बार नशा करता था दिन में तीन बार इंजेक्शन लगाता था और जब उसे रोकते थे तो बिजली की तार पकड़ लेता था सुंदरनगर का युवक है यह। 23 अप्रैल को शाम 6:30 का समय था और हमारा बच्चा घर पर था 10 मिनट के लिए परिजन घर से बाहर गए वापस आए उनका बच्चा जमीन पर पड़ा था। हाथ में कितने का इंजेक्शन लगा हुआ था कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। मरने वाले लड़के की उम्र सिर्फ 18 साल थी। 4 साल पहले वह जब 14 साल का था तो नशा करने लग गया था।
आगे उस लड़के की बहन कहती है मुझे याद है जब उसे पहली बार सिल्वर रोल से नशे का सेवन करते हुए देखा उसे उसे हमने कहीं हॉस्पिटल कई साइकैटरिस्ट से इलाज करवाया और दाखिला भी करवाया। उम्मीद थी कि वह नशा छोड़ देगा पर ऐसा नहीं हुआ। वापिस लौटा इलाज लेकर और ज्यादा नशे करने लगा उसे रोकते थे झगड़ते थे वह बिजली की तार पकड़ लेता था कहता था मुझे रोका तो जान दे दूंगा सोने की तड़प के लिए बुरी तरह पागल हो चुका था। मरने के 1 हफ्ते पहले की बात है वह बहुत सारी सिरिंज खरीद कर लाया घर पर रखी थी मैंने सभी फेंक दी। वह दोबारा खरीद लाया। इस बार उसने वह छुपा कर रख दी और बहुत दिन में तीन बार इंजेक्शन लगाने लग गया था और आखिर में आकर उसकी मौत हो गई। आखिर में उनका कहना है कि वह नशा कहां से लाता था किस से खरीदा था इसका तो पता नहीं लग पाया लेकिन इतना जरूर पता है कि वह उसे आसानी से मिल जाता था।
यह सच्ची घटना एक लड़के के परिजनों ने जब स्वयं बताएं तो शायद सुनने वाला भी दंग रह गया होगा एक 18 साल का लड़का और नशा उसके दिमाग और दिल पर किस तरह हावी हो चुका था चिट्ठा हिमाचल के लिए एक बहुत ही गंभीर समस्या बनता जा रहा है।
मैं आपको बताना चाहूंगा कि आखिर में जो उस लड़के की बहन ने शब्द कहे हैं वह कुछ इस प्रकार है कि मेरा भाई मर गया आपके आगे हाथ जोड़ती हूं कि युवाओं को बचा लो।
ना जाने कितने युवाओं को हम खो चुके हैं और कितने आज की डेट में सजा काट रहे हैं। युवा तो नशा करके मर जाते हैं पर पीछे उनके परिजन किस तरह उस मुसीबत का सामना करते हैं यह उसका छोटा सा पहलू था।